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चीन-पाक सावधानः भारत का बढ़ेगा पश्चिम एशिया में वर्चस्व, बनेगा यह जरिया

नई दिल्ली: अगर आज मोदी सरकार के साथ होने वाली बैठक में सब कुछ सही रहता है, तो क्वाड की ही तर्ज पर एक और सामरिक गठबंधन आकार ले सकता है. इस गठबंधन में अमेरिका, इजरायल, भारत और संयुक्त अरब अमीरात शामिल रहेंगे. आज शाम इन चारों देशों के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक होने वाली है. बैठक में परस्पर समन्वय और आर्थिक साझेदारी पर चर्चा होगी. अगर विशेषज्ञों की मानें तो पश्चिम Asia में यह संगठन महती भूमिका निभा सकता है. उल्लेखनीय बात यह भी है कि जिस वक्त यह बैठक आकार ले रही है, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर इजरायल के दौरे पर हैं. इस दौरे से पहले इजरायल और यूएई से कूटनीतिक स्तर की कई बातचीत हो चुकी है. पीएम मोदी ने अमपने अमेरिका दौरे पर इस मसले पर राष्ट्रपति जो बाइडन से बातचीत की थी.

भारत पहले से अमेरिका संग क्वाड का हिस्सा

भारत इस नए गठबंधन के आकार लेने से पहले ही अमेरिका के साथ क्वाड का हिस्सा बन चुका है. सोमवार शाम को नए गठबंधन पर अमली-जामा पहनाने से पहले बीते सप्ताह अमेरिका-इजरायल और यूएई के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी. हालांकि इसका आधार इजरायल और अरब देशों के बीच हुआ अब्राहम अकॉर्ड था. इस बैठक के दौरान संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल-नहयान ने जल्द ही इजरायल दौरे की बात की थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के बीच बढ़ रहे द्विपक्षीय संबंधों से वे प्रभावित हैं. इस मीटिंग के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी कहा था, ‘हम यह मानते हैं कि फलीस्तीन और इजरायल के लोगों का हक है कि वे सुरक्षित, शांति पूर्ण और आजादी के साथ रह सकें. हम इसके लिए प्रयास करते रहेंगे.’

इजरायल-अमेरिका देंगे भारत को हर सहयोग

बैठके से जुड़े सूत्रों की मानें तो इन तीन देशों की बैठक के दौरान ईरान पर भी बात हुई थी, जिस पर परमाणु समझौते से पीछे हटने का आरोप लग रहा है. इस बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर 17 से 21 अक्टूबर तक इजरायल के आधिकारिक दौरे पर हैं. इस दौरान वह विदेश मंत्री के अलावा पीएम और राष्ट्रपति से भी मिलेंगे. इजरायल और भारत के बीच बीते कुछ सालों में संबंध काफी बेहतर हुए हैं. पीएम नरेंद्र मोदी 2017 में इजरायल के दौरे पर गए थे. यह किसी भी भारतीय पीएम की ओर से इजरायल का पहला दौरा था. उसके बाद से ही दोनों देशों के बीच नॉलेज बेस्ड पार्टनरशिप बढ़ी है. इसके अलावा मेक इन इंडिया अभियान में भी इजरायल कई क्षेत्रों में भारत की मदद कर रहा है.

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