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“30 अगस्त 1659: दारा शिकोह की मौत और आवरंगजेब की विजय”

1659 में, 30 अगस्त को दिल्ली में दारा शिकोह की मृत्यु हुई थी। दारा शिकोह मुग़ल सम्राट शाहजहाँ के और जोधपुर की रानी मुमताज़ महल के पुत्र थे।

उनका बड़ा भाई और भारतीय इतिहास में मशहूर मुग़ल सम्राट आवरंगजेब था। दारा शिकोह ने अपने पिता की मौत के बाद उनके खिलाफ आवरंगजेब के साथ संघर्ष किया था और उनके बेटे सुलेमान के साथ मुग़ल साम्राज्य के शासक पद की प्रतिष्ठा को बचाने का प्रयास किया था।

दारा शिकोह का यह प्रयास असफल रहा और उन्हें हर्दी के युद्ध में आवरंगजेब के द्वारा हराया गया। उन्हें पकड़कर आवरंगजेब ने उन्हें निर्वस्त्र कर दिया और उन्हें मौत के लिए खतरनाक स्थितियों में डाल दिया। इसके बाद, 30 अगस्त 1659 को दारा शिकोह की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद, उनके पुत्र सुलेमान को भी आवरंगजेब ने मार डाला।

दारा शिकोह की मौत से बाद में, आवरंगजेब ने मुग़ल सम्राज्य का कठिन संघर्ष किया और अपने दादी मुमताज़ महल की समाधि का निर्माण करवाया, जिसे ताज महल के नाम से जाना जाता है।

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