
दिल्ली के एनडीएमसी सभागार में रविवार सुबह 10 बजे बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू होगी. इस बैठक का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से होगा जबकि इसकी शुरुआत बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अध्यक्षता के भाषण से होगी. बैठक में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण सरीखे बीजेपी के सभी प्रमुख और वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री मौजूद होंगे.
बैठक में करीब 124 सदस्य दिल्ली में बैठक स्थल पर मौजूद होंगे जबकि राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रदेशों के बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय कार्यकारिणी के सदस्य वर्चुअल तरीके से हिस्सा लेंगे. देश के अलग-अलग 36 जगहों से सामूहिक रूप से बीजेपी के नेता जुड़ेंगे. इस बैठक में मुख्य तौर पर 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर विशेष चर्चा होगी, जहां आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा होगा. बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी पर भी मंथन होगा.
100 करोड़ टीकाकरण का भी होगा उल्लेख
इस बार एक ही राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित होगा, जिसमें केंद्र सरकार की ओर से चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों का जिक्र होगा. खासकर इस राजनीतिक प्रस्ताव में केंद्र सरकार की ओर से कोरोना के खिलाफ चलाये गए तमाम स्कीम की चर्चा होगी. मसलन गरीबों के लिए मुफ्त राशन, महिलाओं के एकाउंट में 500 रुपए डालना, किसानों के अकाउंट में डीबीटी के माध्यम से पैसा भेजना, सभी नागरिकों को मुफ्त कोरोना वैक्सीनेशन मुहैया कराना, सबसे तेजी से 100 करोड़ कोरोना वैक्सीन लगवाना जैसे मुद्दे शामिल होंगे.
आत्मनिर्भर भारत पर आधारित एक प्रदर्शिनी भी लगाई जाएगी
इसके साथ ही आत्मनिर्भर भारत पर आधारित एक प्रदर्शिनी भी लगाई जाएगी, जो केंद्र सरकार की ओर से देशी उद्योग धंधों को बढ़ावा देने और स्टार्टअप के तहत दिए गए तमाम बेनिफिट पर आधारित होगा. लगभग 2 साल बाद आयोजित हो रहे इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में देशभर से लगभग 300 से ज्यादा सदस्य इसमें हिस्सा लेंगे. बैठक 10 बजे शुरू होकर 4 बजे तक लगभग 6 घंटे चलेगी.
भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश, गोवा, पंजाब, मणिपुर और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कमर कस चुकी है. पार्टी का आलाकमान लगातार इन प्रदेशों में रैलियां कर रहा है. बूथ स्तर तक कार्यकर्ता तैयारी में जुटे हैं. बीजेपी सरकार के कार्यों को जनता तक पहुंचाने के लिए लगातार कार्यकर्ता सम्मेलन भी कर रही है. ऐसे में 7 नवंबर को होने वाली इस महाबैठक को चुनावी तैयारी के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है.