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पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वाले देशद्रोह के आरोपी कश्मीरी छात्रों का केस नहीं लड़ेंगे आगरा के वकील

पिछले सप्ताह टी-20 विश्व कप में भारत के खिलाफ पाकिस्तान क्रिकेट टीम की जीत और भारत की हार का जश्न मनाने वाले कश्मीरी छात्रों का केस आगरा के वकील नहीं लड़ेंगे. आगरा एडवोकेट्स एसोसिएशन, जिला बार एसोसिएशन, अधिवक्ता सहयोग समिति के पदाधिकारियों ने इसको लेकर फैसला किया है कि वह इन छात्रों का केस नहीं लड़ेंगे. वकीलों ने कश्मीरी छात्रों की राष्ट्रविरोधी हरकतों की कड़ी निंदा भी की. वकीलों ने इन छात्रों को किसी भी तरह की कानूनी सहायता न देने का फैसला किया है.

दरअसल पिछले दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच हुए क्रिकेट में पाकिस्तान ने भारत को हरा दिया था. जिसके बाद आगरा के एक कॉलेज में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्रों ने जश्न मनाया था और राष्ट्र विरोधी बयान दिया था. जिसके बाद इन छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. कोर्ट में भी इन कश्मीरी छात्रों को कुछ वकीलों ने थप्पड़ भी जड़ दिए थे. वहीं अब आगरा के वकीलों ने फैसला किया है कि वकील इन छात्रों का केस नहीं लड़ेंगे.

वकीलों ने किया फैसला नहीं लड़ेंगे केस

आगरा के युवा अधिवक्ता संघ के मंडल अध्यक्ष नितिन वर्मा ने कहा कि भारत का संविधान सभी को एक साथ रहने की आजादी प्रदान करता है और इसका ये अर्थ नहीं कि कोई भी व्यक्तिराष्ट्रविरोधी कृत्य करे. लिहाजा इन आरोपी छात्रों को कानूनी सहायता नहीं दी जाएगी. वहीं आगरा एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि कश्मीर छात्रों को इस तरह की राष्ट्र विरोधी हरकत नहीं करना चाहिए थी और उन्हें पढ़ाई में ध्यान देना चाहिए था.

पाकिस्तान की जीत का मनाया था जश्न

आगरा में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्र अरशीद यूसुफ, इनायत अल्ताफ शेख और शौकत अहमद गनी ने पिछले सप्ताह भारत और पाकिस्तान के बीच हुए क्रिकेट मैंच में भारत की हार के बाद पाकिस्तान की टीम की जीत पर व्हाट्सएप पर स्टेटस डाला था और राष्ट्रविरोधी नारे लगाए गए. इस बात को लेकर इन छात्रों को कॉलेज प्रशासन ने निकाल दिया था. जबकि अगले दिन इन छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी.

आगरा पहुंचे रिश्तेदार

जानकारी के मुताबिक देशद्रोह के आरोपी इनायत के चाचा रियाज गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद शुक्रवार को आगरा पहुंचे और कॉलेज पहुंचकर अपने भतीजे के बारे में जानकारी ली.वह पुलिस स्टेशन जगदीशपुरा भी गए थे. बताया जा रहा है कि अन्य छात्रों के रिश्तेदार भी जम्मू-कश्मीर से आगरा के लिए रवाना हो गए हैं.

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