केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को देश के सभी डीजीपी, आईजीपी, अर्धसैनिक बलों के महानिदेशकों के साथ लगभग 6 घंटे तक बैठक की. ये अपनी तरह की पहली बैठक थी, जिसको किसी भी गृह मंत्री ने लिया है. आमतौर पर साल में 1 बार इस तरह की मीटिंग प्रधानमंत्री लेते रहे हैं. अब से इस तरह की 2 मीटिंग साल में हुआ करेंगी, जिसमें एक मीटिंग की अध्यक्षता प्रधानमंत्री और दूसरी की गृहमंत्री स्वयं किया करेंगे.
इस बैठक में सुरक्षा से जुड़े तमाम विषयों पर चर्चा हुई. साथ ही मौजूदा समय में मॉडर्न पुलिसिंग की आवश्यकता पर जोर दिया गया. इस बैठक में इंटेलिजेंस विभाग के साथ बेहतर तालमेल कर पुलिसिंग को और चुस्त-दुरुस्त कैसे बनाया जा सकता है इस मुद्दे पर भी बात की गई. ध्यान देने वाली बात यह है कि जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकवादियों के बढ़ते आतंक के बीच यह बैठक हुई है.
बैठक में केंद्रीय गृहसचिव अजय कुमार भल्ला भी थे मौजूद
गृह मंत्री अमित शाह खुद एक्शन में नजर आ रहे हैं. इस बैठक में सभी राज्यों के डीजीपी, आईजी, सुरक्षा एजेंसियों के हेड के अलावा केंद्रीय गृहसचिव अजय कुमार भल्ला भी मौजूद रहे. साथ ही साथ कुछ सेंसिटिव जिलों के एसएसपी और कश्मीर के डीजी भी मौजूद थे.
गृह मंत्री अमित शाह का कश्मीर दौरा पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही तय है, लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि गृह मंत्रालय ने CRPF के डीजी कुलदीप सिंह को जम्मू कश्मीर भेजा है. कुलदीप सिंह NIA के भी डीजी हैं. जम्मू कश्मीर में IB, NIA, सेना, CRPF के सीनियर अधिकारी इस समय कैंप कर रहे हैं. हर एक इंटेलिजेंस इनपुट को मॉनिटर कर रहे हैं.
आर्मी चीफ नरवणे LoC के पास फॉरवर्ड लोकेशन का दौरा करेंगे
इस बीच सोमवार को सेना प्रमुख एमएम नरवणे भी दो दिनों के दौरे पर जम्मू कश्मीर पहुंच गए. बताया जाता है कि आर्मी चीफ नरवणे LoC के करीब फॉरवर्ड लोकेशन पर जाएंगे. वहां जारी ऑपरेशन को लेकर बड़े अधिकारियों से बातचीत करेंगे और सैनिकों का हौसला बढ़ाएंगे. इसके अलावा पूरे जम्मू क्षेत्र के सुरक्षा के हालात का भी जायजा लेंगे. जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा का बड़ा बयान सामने आया है. मनोज सिन्हा ने कहा है कि जम्मू कश्मीर से आतंक को जड़ से कुचल देगें.