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यूपी चुनाव से पहले ‘यादव वोट बैंक’ पर बीजेपी की नजर, बनाया ये खास प्लान

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विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की नजर यादव वोट बैंक पर है. इसके लिए 22 अक्टूबर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यादव समाज का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. ओबीसी मोर्चा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन के तहत कल यादव समाज का सम्मेलन होगा. यादव सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो सकते हैं. बता दें कि लगभग 52 फीसदी ओबीसी वोट बैंक में 8 से 9 फीसदी यादव समाज का वोटबैंक है.

दरअसल, बीजेपी ओबीसी मोर्चा को पार्टी ने पिछड़ों को साथ लाने का जिम्मा सौंपा है. इसीलिए 17 अक्टूबर से राजधानी लखनऊ में जातिवार सम्मेलनों की शुरुआत हुई है, जिसे जाति सम्मेलन का नाम ना देकर ओबीसी मोर्चा ने सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन नाम दिया है. इसके अंतर्गत कुल 17 सम्मेलन लखनऊ में होने हैं, जिसमें 37 जातियां शामिल होंगी. 31 अक्टूबर तक यह सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन चलेगा. अभी तक प्रजापति, कुम्हार, हलवाई, कसौधन, शिवहरे, नाई, सैन, सविता जातियों का सम्मेलन हो चुका है.

बुधवार को होना था राजभर समाज का सम्मेलन 

राजभर समाज का सम्मेलन बुधवार को होना था लेकिन पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर के निधन के चलते यह सम्मेलन फिलहाल आगे बढ़ा दिया गया है. बीजेपी जहां एक तरफ ओबीसी वोट बैंक को लगातार अपने पाले में बनाए रखने में जुटी है, तो वहीं ओमप्रकाश राजभर ने जिस तरह से समाजवादी पार्टी के साथ जाने का ऐलान किया है उससे अब यह माना जा रहा है कि पूर्वांचल में राजभर के साथ आने से समाजवादी पार्टी को भी फायदा हो सकता है. चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में तमाम सियासी समीकरण बनते बिगड़ते नजर आ रहे हैं. किसी पर इस बात का दबाव है कि अपने वोट बैंक को सहेज कर रखा जाए तो कोई दूसरे वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश में जुटा है.

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