कारोबार

चिप शॉर्टेज का नहीं दिखा Apple की कमाई पर असर, भारतीय कारोबार में 212% का उछाल, रोजाना 1 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू

ग्लोबल चिप शॉर्टेज के बावजूद दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी Apple के लिए सितंबर का तिमाही शानदार रहा है. ऐप्पल ने वित्त वर्ष 2020-2021 में अपने राजस्व का लगभग एक तिहाई उभरते बाजारों से कमाया और भारत एवं वियतनाम में उसका कारोबार दोगुना हो गया. कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) टिम कुक ने यह जानकारी दी.

अमेरिकी कंपनी ने 25 सितंबर, 2021 को समाप्त चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 29 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 83.4 अरब डॉलर का राजस्व कमाया. इस तिमाही में उसकी शुद्ध आय 20.55 अरब डॉलर थी, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 12.67 अरब डॉलर थी. सितंबर 2021 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की कुल शुद्ध बिक्री 365.8 अरब डॉलर रही. ऐप्पल का फिस्कल ईयर 25 सितंबर को समाप्त होता है. ऐसे में iPhone 13 की बिक्री से होने वाली कमाई का आंकड़ा इसमें शामिल नहीं है. इसके अलावा Apple Watch Series 7 और आईपैड के न्यू जेनरेशन से होने वाली इनकम शामिल नहीं है.

उभरते बाजारों से हुई शानदार कमाई

कुक ने कहा, “और हमने सभी क्षेत्रों में मजबूत दोहरे अंक की वृद्धि के साथ हर भौगोलिक क्षेत्र में तिमाही का रिकॉर्ड स्थापित किया है. वित्त वर्ष 2021 के दौरान, हमने उभरते बाजारों से अपने राजस्व का लगभग एक-तिहाई हिस्सा कमाया और भारत एवं वियतनाम में अपने कारोबार को दोगुना कर दिया.”

भारत में उसका ग्रोथ 212 फीसदी

काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक, सितंबर 2021 की तिमाही में ऐप्पल भारत में सालाना आधार पर 212 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सबसे ज्यादा बढ़ने वाला ब्रांड था और प्रीमियम स्मार्टफोन (30,000 रुपये से ऊपर) के बाजार में उसकी हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 44 प्रतिशत थी.

इंडिया में बहुत तेजी से फैल रहा है कंपनी का कारोबार

यह लगातार दूसरी तिमाही है जब ऐप्पल इंडिया के कारोबार में तेजी आई है. इस तिमाही में ऐप्पल भारत में सबसे तेजी से ग्रो करने वाला स्मार्टफोन ब्रांड है. प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में इसका मार्केट शेयर 44 फीसदी है. 30 हजार रुपए से महंगे फोन को प्रीमियम स्मार्टफोन कैटिगरी में रखा जाता है. अल्ट्रा प्रीमियम सेगमेंट में इसका मार्केट शेयर 74 फीसदी है. 45 हजार रुपए से महंगे फोन अल्ट्रा प्रीमियम कैटिगरी के अंतर्गत आते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, आईफोन 12 और 11 की जबसदस्त मांग के कारण कंपनी के इंडियन रेवेन्यू में इतना बड़ा उछाल आया है.

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