कोरोना का हायर क्लास पर नहीं पड़ा कोई असर, बढ़ी 40 लाख से ज्यादा कीमत वाली लग्जरी कारों की डिमांड
कोरोना काल में समाज के निचले तबके को सबसे ज्यादा परेशानियों और मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ समाज का एक ऐसा वर्ग है जो इस दौरान भी खूब गाड़ियां खरीद रहा है. गाड़ियां भी कोई कम कीमत की नहीं बल्कि लोग लग्जरी गाड़ी ले रहे हैं. 2020 की अगर बात करें तो 40 लाख से ऊपर की 100 गाड़ियां भी नहीं बिकीं थीं, लेकिन इस साल 11 महीने में ही ऐसी 160 से ज्यादा गाड़ियां बिक चुकी हैं. चिप के कारण गाड़ियों की डिलिवरी नहीं होने से लोगों को लंबी वेटिंग का सामना करना पड़ रहा है.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में इस साल 40 लाख से अधिक कीमत की फॉर्च्यूनर और इसूजू ब्रांड की गाड़ियां लोग खूब खरीद रहे हैं. फॉर्च्यूनर की गाड़ियां ऑन रोड प्राइज 40 लाख से शुरू है. टॉप मॉडल की कीमत 50 लाख से अधिक है. वहीं इसूजू की लग्जरी गाड़ी दो महीने पहले लांच हुई है. इस मॉडल की 7 गाड़ियों की डिलीवरी हो गई है. इसूजू ब्रांड की गाड़ियों की कीमत 42 लाख से अधिक है.
इनोवा के लिए लोग लगा रहे हैं कोलकत्ता से लेकर नोएडा के चक्कर
हायर क्लास के लोगों में टोयटा की इनोवा और फॉर्च्यूनर की काफी डिमांग है. इनोवा के लिए तो लोग कोलकत्ता से लेकर नोएडा तक का चक्कर लगा रहे हैं. पिछले 11 महीने में 160 इनोवा और 140 फॉर्च्यूनर बिक चुकी हैं. वहीं पिछले साल इनोवा और फॉर्च्यूनर मिलाकर 250 गाड़ियां ही बिकी थीं.
20 लाख कीमत वाली गाड़ियों की मांग बढ़ी
10 से 20 लाख कीमत वाली गाड़ियों की भी डिमांड बढ़ी है. सबसे ज्यादा मांग अर्टिगा की है. सीएनजी मॉडल की काफी डिमांड है. वहीं, महेन्द्रा में सर्वाधिक डिमांड महेन्द्रा एक्सयूवी 700 की है. और टाटा की नई सफारी की भी खूब मांग है.
दोपहिया वाहन की ब्रिकी हुई कम
चिप की दिक्कत के बाद भी चार पहिया वाहनों की बिक्री में इजाफा दिख रहा है, लेकिन दोपहिया वाहनों की बिक्री प्रभावित है. पिछले वित्तीय वर्ष में 45 हजार दो पहिया गाड़ियां बिकीं थीं, लेकिन अप्रैल से नवम्बर महीने के बीच करीब 25 हजार गाड़ियां ही बिकी हैं. इस का सबसे बड़ा कारण है कि मिडिल क्लास अभी तक कोरोना से उबर ही नहीं सका है.