पीलीभीत: गांवों में लॉकडाउन का असर देखने निकले डीएम

पीलीभीत। कोरोनावायरस से जंग में पीलीभीत फतेह हासिल कर चुका है। यहां अब कोई भी एक्टिव केस नहीं है। जिले में उमरा कर लौटी महिला व उसके बेटे में कोरोना का संक्रमण मिला था, लेकिन दोनों ठीक होकर घर पहुंच चुके हैं। कोरोना की लड़ाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीलीभीत को प्रदेश का मॉडल जिला घोषित किया था। ऐसे में अब डीएम वैभव श्रीवास्तव लोगों को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में जुट गए हैं। अब वे खेत तक पहुंच रहे हैं।
दरअसल, डीएम वैभव श्रीवास्तव रोज की तरह लॉकडाउन का जायज़ा लेने शहर की पूरनपुर तहसील निकले, निरीक्षण के दौरान डीएम गरीब और असहाय लोगों के लिए चल रहा योगी मोदी किचन मे पहुंच गए और खाना तैयार कर रहे हैं समाजसेवीको के साथ खुद भी लग गए। यह देख लोगों की मदद में लगे लोगों में हौसला बढ़ गया खाना तैयार होने के बाद डीएम ने पूरनपुर विधायक बाबूराम पासवान के साथ खाना भी खाया। खाना बनाते वक्त डीएम ने लोगों से अपील कि इस आपदा के वक्त हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि कोई भी गरीब व्यक्ति भूखा ना रहे।
पूरनपुर तहसील से पीलीभीत को निकलते वक्त डीएम की नज़र गॉव हरसिंहपुर के खेतों में निराई कर रहे मजदूरों पर पड़ी, डीएम वैभव श्रीवास्तव ने अपना काफिला रुकवाया और खेतों में जाकर सभी मजदूरों को लंच पैकेट और मास्क बाटे। डीएम ने मजदूरों को मास्क की उपलब्धियां बताते हुए मास्को को प्रतिदिन धुलकर प्रयोग करने को बताया साथ ही कोरोना से बचाव को लेकर घर से अनावश्यक बाहर ना निकलने की अपील भी की।
थाना माधोटांडा में मनरेगा के तहत बनाए जा रहे तालाब व चकरोड निर्माण कार्यों का भी डीएम ने ड्रोन के जरिए औचक निरीक्षण किया। इस निर्माण कार्य में 250 मजदूरों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर कार्य किया जा रहा था। यह देंख कर उन्होंने संतुष्टि दिखाई डीएम का कहना है की कोरोना वायरस को देंखते हुए सभी मजदूर स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित मास्क को लगाकर सामाजिक दूरी बनाते हुए अपना काम कर रहे है और लोग अगर ऐसे ही बचाव का पालन करते रहेंगे तो कोरोना वायरस से बहुत जल्द भारत जंग जीत लेगा।