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UP सरकार का बड़ा कदम: सेंसिटिव जिलों में दो नोडल अफसर, जांच की फीस तय…

लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिक कोरोना मरीजों वाले जिलों की मॉनिटरिंग और बढ़ाने को कहा है। इसके लिए जिन जिलों में 20 या इससे अधिक मरीज हैं, वहां पर अलग से नोडल अफसर तैनात किए जाएंगे। प्रदेश में ऐसे 15 जिले हैं। लोकभवन में टीम- 11 के साथ गुरुवार को बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह निर्देश दिया।

सीएम ने कहा कि 20 से अधिक केस वाले जिले में दो नोडल अफसर तैनात होंगे। एक प्रशासनिक अफसर होगा, जो व्यवस्थागत खामियों, बेहतरी व सुधार की संभावनाओं पर काम करेगा। दूसरा वरिष्ठ मेडिकल अफसर होगा, जो इलाज व उससे जुड़ी व्यवस्थाओं का आकलन करेगा। दोनों ही अफसर संबंधित जिले में कम से कम एक सप्ताह कैंप करेंगे, इसके आधार पर वे शासन को रिपोर्ट उपलब्ध करवाएंगे। प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार को देर रात लखनऊ का नोडल अफसर बना दिया गया।

पॉजिटिव केस वाले जिलों में सख्त निगरानी

यूपी सरकार कोरोना के कारण संक्रमित होने वालों की सख्त मॉनिटरिंग कर रही है। कई जिलों में इसके नतीजे भी दिख रहे हैं। लेकिन जिन जिलों में ज्यादा पॉजिटिव केस मिले हैं, वहां लगाम लगनी बहुत जरूरी है। इसके उपाय किए जा रहे हैं। जनता को भी सहयोग करना होगा। लक्षण छुपाएं नहीं और लॉकडाउन का पालन करें। याद रखें संक्रमण की चेन को सामूहिक प्रयास से ही तोड़ा जा सकता है। एक चूक भी पूरी मेहनत ज़ाया कर देगी।

निजी लैब के रेट निर्धारित

यूपी सरकार की ओर से निजी लैब में कोविड टेस्ट करवाने का शुल्क निर्धारित करने का आदेश गुरुवार को जारी किया गया है। आईसीएमआर की ओर से यह शुल्क 4,500 निर्धारित किया गया है। लेकिन इसे दो भाग में बांट दिया गया है। पहले टेस्ट में 1,500 और उसमें पॉजिटिव आए तो कन्फर्म टेस्ट के 3000 रुपये से अधिक लैब नहीं ले सकती। ऐसे में अगर कोई पहले टेस्ट में ही नेगेटिव आए तो उसे महज 1500 ही देने होंगे। इसके अलावा जो लोग सिंगल किट से टेस्ट कर रहे हैं उनसे 2,500 रुपये ज्यादा नहीं वसूल सकते।

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