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UP Update: 57 नए कोरोना के केस, अब तक 2043 कोरोना पॉजिटिव,

लखनऊ। प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमितों के 57 नए मामले सामने आए हैं। इस तरह अब तक कुल 2043 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं। 400 मरीज ठीक होकर घर वापस जा चुके हैं। 31 मरीजों  की मृत्यु हो चुकी है। इस तरह अब 1612 कोरोना के एक्टिव केस रह गए हैं। कोराना मरीजों से संक्रमित कुल जिलों की संख्या 60 है। इनमें से 15 जिलों में मंगलवार को केस नहीं आया है। सात जिलों में तो कई दिनों से केस नहीं आ रहे हैं। यह जानकारी चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को अपर मुख्य सचिव गृह व सूचना अवनीश अवस्थी के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में दी है।

बांटी गई पीपीई किट में कोई गड़बड़ी नहीं

श्री प्रसाद  ने स्पष्ट किया मेडिकल सप्लाई कार्पोरेशन द्वारा आपूर्ति की गई जिन साढ़े तीन लाख पीपीई किट की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए गए थे, दरअसल वे कोविड मरीजों के लिए नहीं थीं। वे एच-1 व एन-1 स्तर की थी। इन पीपीई किट को मेडिकल स्टाफ साधारण मरीजों के इलाज में पहनता है। इनकी कीमत केवल 115 रुपए थी। वे जब तक पीपीई किट की कमी थी तो आपूर्ति कर दी गईं थीं। साढ़े तीन लाख रुपये की कीमत की इन पीपीई किट को कार्पोरेशन को वापस कर दिया गया है।

कोविड मरीजों के लिए 1100 रुपये की एक पीपीई किट इस्तेमाल की जा रही है। इस सिलसिले में चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक का पत्र कैसे लीक हो गया, इसकी जांच की जा रही है। प्रमुख सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर एल-1 स्तर के अस्थाई अस्पतालों में 8 हजार आइसोलेशन बेड बनाए जा रहे हैं। हालांकि, हमारे पास 10 हजार आइसोलेशन बेड पहले से ही हैं। अभी केवल 1612 एक्टिव केस हैं। उन्होंने कहा कि डाक्टरों और नर्सों के इन्फेक्शन के केस बढ़े हैं।

इसके तहत इंफेक्शन प्रिवेन्ट प्रोटोकॉल में एसीएमओ के नेतृत्व में गठित कमेटी 29 अप्रैल तक मंडल मुख्यालय के जिलों के 10 और अन्य जिलों में पांच नोडल अधिकारियों को अस्पतालों में इंफेक्शन रोकने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। ये नोडल अधिकारी अपने अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित करेंगे। इसके बाद भी अन्य अस्पतालों को प्रशिक्षण करने की जरूरत होगी तो पांच मई तक दिया जाएगा। इस समय आइसोलेशन बेड पर 1764 मरीज हैं और 11 हजार 725 लोगों को क्वारंन्टाइन किया गया है।

ग्रीन व ओरेंज जोन में गतिविधियों की बनाएं कार्य योजना

सीएम योगी ने मंगलवार को बैठक में कहा कि हॉटस्पॉट क्षेत्रों में केवल स्वास्थ्य, सफाई तथा होम डिलीवरी से जुड़े कर्मी ही जाएं। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में सभी घरों को सैनिटाइज किया जाए। सीएम योगी ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए एवं पुलिस द्वारा नियमित तौर पर पेट्रोलिंग की जाए। उन्होंने कहा कि ग्रीन जोन तथा ओरेंज जोन में अनुमन्य की जाने वाली गतिविधियों के लिए एक कार्य योजना बनाई जाए। साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों को मास्क आदि के निर्माण कार्य से जोड़ा जाए।

छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज से वापस भेजे जा रहे प्रतियोगी छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। जनपद वाराणसी, हापुड़, रामपुर, मुजफ्फरनगर तथा अलीगढ़ में वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस एवं स्वास्थ्य अधिकारी भेजे जाएं। उन्होंने कहा कि मेडिकल टेस्टिंग के लिए पूल टेस्टिंग व रैंडम टेस्टिंग का उपयोग किया जाए। जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों, शेल्टर होम व क्वारंटीन सेन्टर का निरीक्षण करें। शेल्टर होम व क्वारंटीन सेन्टर की फूडिंग लॉजिंग व्यवस्था पर नजर रखी जाए।

25,000 क्षमता के क्वारंटीन सेंटर की व्यवस्था हो

सीएम ने निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद में 15,000 से 25,000 क्षमता के क्वारंटीन सेंटर व आश्रय स्थल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। शेल्टर होम में 14 दिन की संस्थागत क्वारंटीन पूरा करने वालों का चिकित्सीय परीक्षण कराके होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। कोविड-19 के रोगियों के उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी को बढ़ावा दिया जाए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि की जाए। सभी टेस्टिंग लैब्स में पूल टेस्टिंग की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए। सीएम योगी ने कहा कि 3 मई, 2020 के पश्चात औद्योगिक इकाइयों को किस प्रकार शुरू किया जाए, इसके लिए एक कार्य योजना तैयार की जाए। प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने की कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने कहा कि निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर शासन द्वारा अनुमन्य राशि से दिवंगत का अन्तिम संस्कार कराया जाए।

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