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इरफान खान की तबीयत, मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में एडमिट

मुंबई। बॉलीवुड एक्टर इरफान खान लंबे वक्त से न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (Neuroendocrine tumour) नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इरफान की तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो गई है, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। इरफान को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

इरफ़ान ख़ान की ओर से ऑफ़िशियल स्टेटमेंट भी आया है। उनके प्रवक्ता ने बताया, ‘हां, यह सच है कि इरफान खान को कोलन इंफेक्शन की वजह से कोकिलाबेन हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। हम सभी को अपडेट रखेंगे। वह इस वक्त डॉक्टर के निगरानी में हैं। उनकी स्ट्रैंथ और साहस बहुत वक्त तक इस लड़ाई में लड़ने का साथ दिया है। हम वादा करते हैं, कि उनकी आत्मशक्ति और आपकी सबकी दुयाओं से वह जल्द ही ठीक हो जाएंगे।’

पहले बताया जा रहा था कि इरफान खान विदेश में हैं। उनके दोस्तों तक को ये जानकारी नहीं थी कि इरफान कहां है, लेकिन अब स्पष्ट हो गया है कि एक्टर मुंबई में हैं। हाल ही में उनकी मां का भी जयपुर में निधन हो गया था और लॉकडाउन की वजह से वो जयपुर अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच पाए थे।

आपको बता दें कि इरफान खान बीते दो साल के गंभीर बीमार से जूझ रहे हैं। उन्हें न्यूरो एंड्रोक्राइन ट्यूमर नामक गंभीर बीमारी है जिसका पिछले लगभग दो साल से लंदन में इलाज चल रहा है। इरफान कुछ वक्त पहले ही करीना कपूर और राधिका मदान के साथ फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ में नज़र आए थे। फिल्म की शूटिंग के दौरान भी इरफान लंदन आते-जाते रहते थे। इससे पहले इरफान आखिरी बार साल 2018 में रिलीज़ हुई ‘कारवां’ में नजर आए थे।

‘मेरे लिए ये दौर रोलर-कोस्टर राइड जैसा रहा’

हाल ही में इरफान ने मुंबई मिरर को इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होंने बताया कि ये वक्त उनके लिए कैसा रहा। इरफान ने कहा, ‘मेरे लिए ये दौर रोलर-कोस्टर राइड जैसा रहा है। यादगार, खुशियों के जो भी पल आए उन पर खास ध्यान दिया, क्योंकि वे अस्थिर होते हैं। हम थोड़ा रोये और बहुत ज्यादा हंसे। मैं बहुत ही भयंकर बेचैनी से गुजरा, लेकिन कहीं न कहीं मैंने उसे कंट्रोल कर लिया।’

‘इसमें सबसे अच्छी बात ये है कि मैंने बेटों के साथ बहुत सारा वक्त बिताया। उन्हें बढ़ते देखा। टीनएज के लिए ये बहुत ही अहम वक्त होता है। जैसे मेरा छोटा बेटा है, बड़ा वाला अब टीनएज नहीं रहा। सुतापा के बारे में क्या कहूं? वो मेरे साथ चौबीसों घंटे खड़ी रही। वो मेरी देखभाल करने में लगी रही और अगर मुझे जीने का मौका मिलेगा, मैं उसके लिए जीना चाहूंगा। मैं अभी तक हूं, इसकी वो एक बड़ी वजह है’।

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