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टिकरी बॉर्डर से पुलिस के बैरिकेड्स हटाने के बाद भी किसानों ने नहीं खोला पूरा रास्ता, बेनतीजा रही बैठक

कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों, हरियाणा सरकार के अधिकारियों और दिल्ली पुलिस के बीच आज हुई बैठक बेनतीजा रही. 11 महीने से बंद टिकरी बॉर्डर पूरी तरह से खोलने को लेकर प्रशासन और किसानों के बीच सहमति नहीं बन सकी. पुलिस की तरफ से बैरिकेड्स (Barricades) हटा लिए गए हैं, लेकिन फिर भी किसानों ने अब तक पूरा रास्ता नहीं खोला है. बहादुरगढ़ में हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर को खोलने को लेकर प्रदर्शनकारी किसानों और प्रशासन के बीच बैठक हुई थी. हालांकि बैठक में कोई बात नहीं बन सकी.

झज्जर के डीसी श्याम लाल पूनिया ने बताया कि प्रदर्शनकारी से साभी बातों पर अभी सहमति नहीं बनी है. किसानों ने 6 नवंबर तक का समय मांगा है. बता दें कि किसानों (Farmer Protest) और प्रशासन के बीच बहादुरगढ़ मिनी सचिवालय में बैठक हुई. इस बैठक में हरियाणा सरकार के मेंबर और झज्जर के डीसी श्यामलाल पूनिया समेत एसपी वसीम अकरम भी शामिल हुए थे. यह बैठक 2 घंटे से ज्यादा समय तक चली. इस दौरान हरियाणा सरकार के अधिकारियों ने दोनों तरफ का रोड खोलने की बात कही.

दरअसल, दिल्ली पुलिस सिर्फ दिल्ली से हरियाणा की तरफ जाने वाली लाइन ही खोल रही है. इसीलिए किसानों से दोनों तरफ का रास्ता खोलने की बात कही गई. बैठक के दौरान किसान नेताओं ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार और दिल्ली पुलिस की रणनीति अलग है. बैठक में किसानों ने लोगों की आवाजाही के लिए टिकरी बॉर्डर पर रास्ता देने के लिए सहमति जताई. लेकिन किसान कार निकलने के लिए रास्ता खोलने के लिए राजी नहीं दिखे.

किसानों संग कल फिर होगी बातचीत

तीनों पक्षों की अलग राय होने की वजह से रास्ता खोलने पर आम सहमति ही नहीं बन सकी. अब शनिवार को सुबह 10.30 बजे एक बार फिर से टिकरी बॉर्डर पर किसानों संग बातचीत की जाएगी. झज्जर के डीसी श्यामलाल पूनिया ने कहा कि किसानों संग सबी मुद्दों पर सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है.गाजीपुर बॉर्डर पर नेशनल हाईवे 9 पर 11 महीने से लगी बेरिकेडिंग आज दिल्ली पुलिस ने आज पूरी तरह से हटा दी. लेकिन किसानों का मंच और टेंट अभी भी लगे हुए हैं. वहीं टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर लगी बैरिकेडिंग हटाए जाने के बीच किसानों ने फिर से दिल्ली कूच की चेतावनी दे दी है.

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