पश्चिमी यूपी के कई हिस्सों में भारी बारिश, जनजीवन अस्त-व्यस्त, SP ने रद्द की रैली
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश के कारण सोमवार को जनजीवन प्रभावित हुआ और कई इलाकों में जलभराव की स्थिति भी उत्पन्न हो गई. इसके चलते समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को बुढाना में अपनी एक रैली रद्द करनी पड़ी. मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत और मेरठ जैसे जिलों में रविवार की सुबह से ही भारी बारिश हो रही है. इसके कारण जिलों के कई हिस्सों में पानी भर गया है और बिजली आपूर्ति भी बाधित है. सपा की मुजफ्फरनगर इकाई के अध्यक्ष प्रमोद कुमार त्यागी ने बताया कि अखिलेश यादव बुढाना में कश्यप समुदाय की एक रैली को संबोधित करने वाले थे, लेकिन समारोह स्थल पर पानी भरने के कारण रैली को रद्द करना पड़ा.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित
वहीं आज मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी को घोषित किया है. दरअसल, मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष संजीव दुर्जन और अरविन्द यादव, महासचिव बंटी यादव, कोषाध्यक्ष प्रमोद यादव समेत कल्लू गुर्जर, मोहम्मद जीशान अंसारी, अपर्णा चौहान, शैलेश श्रीवास्तव, हरिकेश यादव पहलवान, अमरेन्द्र यादव, अफजल खान, मरम धिरूपति, जुबैर खां,अरूण सोनी, फरहान खान, फिरासत हुसैन गामा समेत अन्य पदाधिकारी मनोनीत किए गए है.
बीएसपी को झटका
इन सभी के अलावा 6 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, 26 राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य भी मनोनीत हुए है. यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दल बदल का खेल शुरु हो गया है. इस दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बसपा को झटका देते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक आरएस कुशवाहा, मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद कादिर राणा, वाराणसी के पूर्व विधायक उदयालाल मौर्या को सपा की सदस्यता ग्रहण करवाई. इसके अलावा राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पूर्व अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी समेत बड़ी संख्या में विभिन्न नेताओं ने भी सपा ज्वाइन की.
वहीं एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंहगाई के मुद्दे पर कहा कि देश में खाद से लेकर तेल तक के दाम बढ़ गए हैं. जिसकी मार हर वर्ग पर पड़ रही है. भारत कुपोषण झेल रहा है. जो आंकड़े आए हैं वो बहुत परेशान करने वाले हैं. वहीं, भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के पीछे हो गया. बीजेपी के लोग गलत रास्ते पर चल रहे. आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है?