प्रियंका गांधी के चार्टर प्लेन से दिल्ली पहुंचे जयंत चौधरी, हुई मुलाकात
- हवाई अड्डे पर दोनों नेताओं के बीच से काफी देर तक बात हुई
- सत्ता के गलियारों में नए सियासी समीकरण की चर्चा शुरू
महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी की मुलाकात ने सियासी पारा बढ़ा दिया है। राजनीतिक हलकों में नए सियासी समीकरणों को लेकर कयास तेज हो गए हैं। कांग्रेस इस मुलाकात पर साफतौर पर कुछ भी कहने से बच रही है। वहीं, रालोद का तर्क है कि यह इत्तेफाक से हुई मुलाकात है। इसके ज्यादा मायने नहीं निकालने चाहिए।
इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ किया है कि रालोद के साथ उनका गठबंधन लगभग तय है। दोनों पार्टियां जल्द सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे देंगी। वहीं, रालोद महासचिव त्रिलोक त्यागी ने कहा कि इस मुलाकात के ज्यादा मायने नहीं निकालने चाहिए। यूपी विधानसभा चुनाव में रालोद और सपा के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत चल रही है।
एयरपोर्ट पर हुई दोनों नेताओं की मुलकात
दरअसल, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को गोरखपुर से लौट रही थी। वहीं, जयंत चौधरी भी दिल्ली आने के लिए लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे थे। दोनों नेताओं की एयरपोर्ट पर मुलाकात हुई। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच चुनाव और राजनीतिक मुद्दों पर भी बात हुई। इसके साथ दोनों नेताओं के बीच जल्द दोबारा मिलने पर सहमति बनी है।
पार्टी के एक नेता ने कहा कि प्रियंका गांधी से बातचीत के दौरान जयंत चौधरी के विमान का वक्त हो गया तो कांग्रेस नेताओं ने उनसे उनके साथ चार्टर विमान में साथ चलने का अनुरोध किया। जयंत ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया और वह प्रियंका गांधी के साथ उनकी चार्टर्ड विमान से वापस दिल्ली पहुंचे।
रालोद सपा के इस फैसले से खुश नहीं
रालोद और समाजवादी पार्टी के बीच सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाने की भी कई वजह है। जयंत चौधरी जाट नेता हरेंद्र मलिक और पंकज मलिक को सपा में शामिल करने से खुश नहीं हैं। हरेंद्र और पंकज मलिक कांग्रेस से सपा में आए हैं, पर अखिलेश यादव ने उन्हें मुजफ्फरनगर सीट से टिकट देने का वादा किया है। रालोद उनके इस फैसले से खुश नहीं है। ऐसे में कांग्रेस की कोशिश है कि यूपी चुनाव में गठबंधन के लिए रालोद का साथ मिल सके।