
मुंबई। बॉलीवुड एक्टर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। बुधवार को अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें मुंबई के एच.एन रिलायंस हॉस्पिटल भर्ती कराया गया था। पिछले दो साल से leukemia से जंग लड़ रहे ऋषि गुरुवार सुबह 8: 45 बजे इस दुनिया का साथ छोड़ दिया। आखिरी वक्त में उनके साथ उनकी पत्नी नीतू कपूर मौजद रहीं। निधन के बाद परिवार वाले और करीब लोग अंतिम दर्शन के लिए हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। अलिया भट्ट समेत कई सेलेब्स अभी वहीं मौजूद हैं। ऋषि के भाई रणधीर के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार मुंबई के मरीन लाइन में किया जाएगा।
हॉस्पिटल पहुंची करीना और आलिया, दिल्ली से आ रही हैं रिद्धिमा
ऋषि कपूर के निधन के बाद के परिवार वाले धीरे-धीरे हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। करीना कपूर अपने पति सैफ़ अली ख़ान के साथ हॉस्पिटल पहुंच गई हैं। इसके अलावा रणबीर कपूर की गर्लफ्रेंड आलिया भट्ट हॉस्पिटल पहुंच गई है। लोगों को रणबीर कपूर का इंतज़ार है। वहीं, परिवार ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर का भी इंतज़ार कर रहा है। ख़बरों के मुताबिक, उन्हें पास मूवमेंट पास मिल गया है। वह दिल्ली से 1400 किलोमीटर के सफ़र पर निकल गई हैं।
मुंबई के मरीन लाइन में होगा अंतिम संस्कार
ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार चंदनवाणी में होगा। ख़बरों के मुताबिक, उनके भाई रणधीर कपूर ने इस बात की जानकारी दी है कि मुंबई के मरीन लाइन स्थित चंदनवाड़ी श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं, लॉकडाउन की वजह से पुलिस विभाग ने कम से कम लोगों के इकठ्ठा होने की अपील की है। हालांकि, परिवार अभी बेटी रिद्धिमा का इंतज़ार कर रहा है। वह लॉकडाउन की वजह से दिल्ली में फंसी हैं।
परिवार ने कहा- हंसते हुए चल गए ऋषि कपूर
ऋषि कपूर के परिवार की ओर से उनके निधन की आधिकारिक सूचना भी दे दी गई है। ऑफ़िशियल स्टेटमेंट के मुताबिक, ऋषि कपूर ने गुरुवार को सुबह 8:45 मिनट पर इस दुनिया को अलविदा कहा। इसमें बताया गया कि ऋषि कपूर पिछले दो साल से leukemia से पीड़ित थे। उन्होंने हंंसते हुए और लोगों को हंसाते हुए इस दुनिया का साथ छोड़ा। इस बयान में लॉकडाउन की वजह से भीड़ इकट्ठा ना होने की भी बात कही गई है। लोग से अपील की गई है कि वह नियम का पालन करें, जो इस वक्त लागू हैं।
बुधावार हुई तबीयत ख़राब
बुधवार को एक्टर की तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो गई, जिसके बाद आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में एडमिट करवाया गया। उनका इलाज़ मुंबई के एच.एन रिलायंस हॉस्पिटल में चल रहा था। भाई रणधीर कपूर ने इस खबर को कन्फर्म किया था कि ऋषि कपूर की तबीयत ठीक नहीं है। अब इसी हॉस्पिटल में उन्होंने आखिरी सांस ली।
सांस लेने में थी दिक्कत
ऋषि कपूर को सांस लेने में दिक्कत थी। ऋषि कपूर पिछले साल सितंबर में ही न्यूयॉर्क में लगभग एक साल कैंसर का इलाज करवाने के बाद भारत लौटे थे। उन्हें साल 2018 में पता चला था कि वह कैंसर से पीड़ित हैं। इसके बाद वह अपने इलाज़ के लिए न्यूयॉर्क गए थे। उनके आखिर वक्त में उनकी पत्नी नीतू कपूर उनके साथ ही रहीं।
दिल्ली से घर आना चाहती हैं बेटी रिद्धिमा
ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर दिल्ली में हैं। पिता की तबीयत ख़राब होने की जानकारी मिलते ही, उन्होंने सरकार से दिल्ली से मुंबई तक की यात्रा की इजाजत मांगी है। गौरतलब है कि लॉकडाउन की वजह से सभी प्रकार की यातयात सुविधाएं बंद हैं। ऐसे में वह अभी दिल्ली में फंसी हुई हैं।
ऋषि कपूर का आखिरी ट्वीट
An appeal 🙏 to all brothers and sisters from all social status and faiths. Please don’t resort to violence,stone throwing or lynching. Doctors,Nurses,Medics, Policemen etc..are endangering their lives to save you. We have to win this Coronavirus war together. Please. Jai Hind!🇮🇳
— Rishi Kapoor (@chintskap) April 2, 2020
ऋषि कपूर जाते-जाते अपने आखिरी ट्वीट में लोगों से एक साथ रहने की अपील कर गए। उन्होंने कोरोना वायरस योद्धाओं पर हो रहे हमले की निंदा की और लोगों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस युद्ध को एक साथ जीतना होगा।
शोक की लहर
ऋषि कपूर के निधन के बाद से चारों तरफ शोक की लहर दौड़ गई है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सवंदेना व्यक्त करते हुए कहा है कि ऋषि कपूर का आकस्मिक निधन चौंकाने वाला है। वह न केवल एक महान अभिनेता थे, बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना है। इसके अलावा कई और फ़िल्म अभिनेताओं और एक्टर्स ने अपनी संवेदना व्यक्त की है।
बेस्ट एक्टर से लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड तक
आपको बता दें कि ऋषि कपूर का जन्म 4 सितम्बर, 1952 को मुंबई के चेंबूर में हुआ। ऋषि कपूर ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कैंपियन स्कूल, मुंबई से की। इसके बाद वह अजमेर के मेयो कॉलेज से आगे की पढ़ाई की। बतौर बाल कलाकर उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की। वह फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में नज़र आए। बतौर लीड एक्टर बॉबी उनकी पहली फ़िल्म थी। इस फ़िल्म को राज कपूर ने निर्देशित किया था। जिसके लिए उन्हें 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार मिला।
वहीं, साल 2008 में ऋषि कपूर को फिल्म फेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी नवाजा गया। ऋषि ने अपने फ़िल्मी करियर में कई शानदार फ़िल्में कीं। गौरतलब है कि ऋषि कपूर के पिता राज कपूर और दादा पृथ्वीराज कपूर भी कला की इस दुनिया में सक्रिय रहे। ऋषि के बटे रणबीर कपूर इस वक्त बॉलीवुड में सक्रिय हैं। ऋषि कपूर ने अपने जीवन के ऊपर एक आत्मकथा भी लिखी। ‘खुल्लम खुल्ला ऋषि कपूर अन्सेन्सर्ड’। इसमें उन्होंने अपनी लाइफ़ से जुड़े हर पहलू के बारे में बताया। दाऊद से मुलकात, पत्नी से प्यार और अवॉर्ड्स शो के बारे में।