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मौसम में बदलाव और प्रदूषण का दिखने लगा असर, अस्पतालों में बढ़ी अस्थमा और एलर्जी वाले मरीज़ों की संख्या

मौसम में बदलाव होने के साथ साथ प्रदूषण (Pollution) भी बढ़ने लगा है. इससे अस्थमा (Asthma) और एलर्जी (Allergy) से पीड़ित रोगियों की परेशानी बढ़ने लगी है. अस्पतालों की ओपीडी में ऐसे मरीजों का आना शुरू हो गया है, जिन्हें सांस लेने में परेशानी और लगातार छींक आने की समस्या हो रही है. डॉक्टरों का कहना है कि बदलते मौसम में इन लोगों को अपना ध्यान रखना चाहिए. लापरवाही बरतने से हालात बिगड़ सकती है.

दिल्ली के जीटीबी अस्पताल के फिजिशियन डॉक्टर विकास जैन बताते हैं कि इस मौसम में अस्थमा के मरीजों को कई बार अटैक पड़ सकते हैं. इसलिए उन्हें अपने पास हमेशा एक इन्हेलर रखना चाहिए. ऐसा न करने पर अस्थमा की समस्या बढ़ सकती है. साथ ही लोगों को ब्रोंकाइटिस की बीमारी का भी सामना करना पड़ सकता है.

डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में एलर्जी और अस्थमा वाले मरीज  रहे हैं. इन्हें रात में सोते समय सांस लेने में परेशानी हो रही है. यह सब प्रदूषण और मौसम में बदलाव के कारण हो रहा है. संजय गांधी अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि ओपीडी में जो मरीज आ रहे हैं उनमें अधिकतर को तेज बुखार है. इनमें कुछ मरीजों की सांस की परेशानी भी है. पहले ऐसे मरीजों की कोविड जांच की जाती है. रिपोर्ट में कोविड नहीं आता तो मरीजो की छाती का एक्स-रे किया जाता है. जिसमें मरीज में अस्थमा के लक्षण मिल रहे हैं.

अभी मामले कम सतर्क रहने की जरूरत

नगर निगम के वरिष्ट चिकित्सक डॉक्टर अजय कुमार ने बताया कि उनके पास अधिकतर मरीज फिलहाल डेंगू वाले आ रहे हैं, लेकिन पिछले एक सप्ताह से एलर्जी, हार्ट के मरीज और अस्थमा से पीड़ित रोगियों का आना भी शुरू हो गया है, हालांकि अभी यह संख्या कम है, लेकिन जैसे जैसे ठंड पड़ने लगेगी या प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा तो इन मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. दिवाली के बाद स्माग भी बढ़ जाता है. इसलिए अभी से सावधानी बरतने से इन परेशानियों से बचा जा सकता है.

इन बातों का रखें ध्यान

डॉक्टर के मुताबिक, जिन लोगों को एलर्जी या अस्थमा की शिकायत हैं वह मास्क लगाकर  हीघर से बाहर निकलें. मास्क (Mask) सिर्फ कोरोना (Coronavirus) से नहीं बल्कि धूल और धुएं से भी बचाता है. जिससे एलर्जी होने की आशंका काफी कम रह जाती है. इसके साथ ही सुबह ही सैर भी कम कर दें. कोशिश करें कि घर पर ही कुछ व्यायम कर लिया करें. रात में सोने से पूर्व भाप अवश्य ले और साथ ही खानपान का ध्यान रखें.

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