
नई दिल्ली। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव के कारण 12 घंटे के अंदर भयंकर समुद्री तूफान के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। उत्तर ओडिशा अथवा बंगाल की सीमा पर स्थल भाग से इसके टकराने का अनुमान है। वर्तमान में यह तूफान पारादीप बंदरगाह से 1060 किमी. की दूरी पर है। एहतियात के तौर पर निचले इलाकों के वाशिंदों को अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने की तैयारी है। किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है।
मौसम विभाग ने कहा कि अगर ये चक्रवाती तूफान के तौर पर विकसित हुआ तो ये 17 मई तक उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा और फिर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। चक्रवात ‘अम्फान’ इस समय 20 किमी. की रफ्तार से समुद्र में सक्रिय्र है। लैंडफाल के समय 150 से 160 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी।
आठ राज्यों को पहले ही अलर्ट जारी
कोरोना वायरस महामारी के बीच मौसम विभाग की एक चेतावनी ने आठ राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेश की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि आज शाम (16 मई) को बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती तूफान एम्फन (Amphan) आएगा, जिसके चलते अंडमान निकोबार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हो सकती है। इस चक्रवाती तूफान के असर के चलते देश के आठ राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
इन स्थानों पर हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में आज और कल भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा ओडिशा के तटीय इलाकों और पश्चिम बंगाल में भी कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है।मछुआरों को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण और सेंट्रल इलाके के समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है। साथ ही जो मछुआरे समुद्र के इन इलाकों में गए हैं, उन्हें भी तुरंत वापस लौट आने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी चक्रवाती तूफान एम्फन को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के तटीय इलाकों में आगे 2-3 दिनों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
ओडिशा में 12 जिलों में अलर्ट
बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र शनिवार को चक्रवात का रूप धारण कर सकता है। ऐसे में ओडिशा के चार तटीय जिलों को विशेष सतर्क रहने को कहा गया है, जबकि 12 अन्य जिलों के लिए भी अलर्ट जारी किए गए हैं। एहतियातन सभी सरकारी छुट्टियां रद कर दी गई हैं।
विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने बताया कि मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि कम दबाव का क्षेत्र शनिवार शाम तक चक्रवात में तब्दील हो सकता है। इसके बाद यह उत्तर पश्चिम और रविवार शाम तक उत्तर-पूर्व की तरफ बढ़ेगा। हालांकि यह कहां पर लैंडफाल करेगा, अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। गजपति से लेकर मयूरभंज तक 12 जिले के लिए सतर्क सूचना जारी की गई है। हालांकि चार तटीय जिले बालेश्वर, भद्रक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा के जिलाधीश के साथ चर्चा कर किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने को कहा गया है।
इन राज्यों को भी किया गया अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार इस समय देश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव है। इसके कारण देश के पहाड़ी क्षेत्रों जैसे, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के साथ ही पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मौसम बिगड़ सकता है। इन राज्यों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया है। और लोगों से सतर्क रहते हुए घरों से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दी गई है।
इन जगहों पर भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में आज और कल वहीं तटीय ओडिशा के कुछ हिस्सों में मंगलवार को तथा पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर बुधवार को भारी बारिश की संभावना है। वहीं शनिवार को दिल्ली व आस-पास के कई हिस्सों में धूल भरी हवा के साथ बारिश की संभावना जताई है।
ओडिशा में मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह
ओडिशा में चक्रवाती तूफान की आशंका के मद्देनजर मछुआरों को गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व में कम दबाव वाला क्षेत्र शनिवार की सुबह अधिक दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया और यह ओडिशा के पारादीप से लगभग 1,100 किलोमीटर दूर दक्षिण में केन्द्रित है। इस बीच राज्य सरकार ने 12 तटीय जिलों को सतर्क किया है और जिलाधिकारियों को वहां लोगों को वैकल्पिक स्थानों पर ले जाने के प्रबंध करने के लिए कहा है। भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर विश्वास ने बताया कि अधिक दबाव वाला क्षेत्र के एक चक्रवाती तूफान में और फिर बाद के 24 घंटे के दौरान भयंकर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है।
चार दिन तक दिखाई देगा चक्रवाती तूफान का असर
उन्होंने बताया कि शुरूआत में इसके 17 मई तक उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और फिर 18 मई से 20 मई के बीच पश्चिम बंगाल तट पर उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है। विश्वास ने बताया कि इसके प्रभाव से तटीय ओडिशा में 18 मई की शाम को दूरदराज के क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने और 19 मई को कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि 20 मई को उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश होने की संभावना है।