प्रवासियों की हालत देख प्रियंका बोलीं- ऐसा लगता है जैसे व्यवस्था ने इनको त्याग दिया हो

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने, कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान अपने रोजगार गंवा चुके, दूसरे राज्यों में फंसे और किसी तरह अपने गृह नगर वापस लौट रहे प्रवासी श्रमिकों की स्थिति को लेकर बृहस्पतिवार को, सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि व्यवस्था ने उन्हें त्याग दिया है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे प्रवासी श्रमिकों और दूसरे जरूरतमंदों की मदद करें।
प्रियंका ने ट्वीट किया, देश की सड़कों पर त्राहिमाम की स्थिति है। महानगरों से मजदूर भूखे प्यासे, पैदल अपने छोटे छोटे बच्चों और परिवार को लेकर चले जा रहे हैं। ऐसा लगता है जैसे व्यवस्था ने इनको त्याग दिया हो। उन्होंने कहा, मई की धूप में सड़कों पर चल रहे लाखों मजदूरों का तांता लगा हुआ है। रोज हादसे हो रहे हैं, रोज ये गरीब हिंदुस्तानी मारे जा रहे जा रहे हैं। इनके लिए सरकार बसें क्यों नहीं चलवा रही?
देश की सड़कों पर त्राहीमाम की स्थिति है। महानगरों से मजदूर भूखे प्यासे, पैदल अपने छोटे छोटे बच्चों और परिवार को लेकर चले जा रहे हैं। ऐसा लगता है जैसे व्यवस्था ने इनको त्याग दिया हो। मई की धूप में सड़कों पर चल रहे लाखों मजदूरों का ताँता लगा हुआ है। रोज ऐक्सिडेंट हो रहे हैं।..1/4
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 14, 2020
कांग्रेस नेता ने कहा, उप्र रोडवेज की बीस हज़ार बसे खड़ी हैं। कृपया इन्हें सड़कों पर उतार दीजिए। इन्हीं श्रमिकों के श्रम से हमारे ये महानगर बने हैं, इन्हीं के श्रम से देश आगे बढ़ा है। भगवान के लिए, इन्हें सड़कों पर ऐसे बेसहारा न छोड़िये। उन्होंने कहा, उप्र की सभी जिला शहर इकाईयों से मेरा आग्रह है कि इन जरूरतमंद लोगों की मदद का कार्य और तेज कर दीजिए।
पूरी ताकत लगा दीजिए। यह सेवा का वक्त है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता इन हिंदुस्तानी भाइयों के साथ खड़ा है।प्रियंका ने कहा, पुलिस के भाइयों से एक विनती- मैं समझ सकती हूं कि आप पर काम का दबाव है। आप भी परेशान हैं। मगर आपसे मेरी एक विनती है कि इन बेसहारा लोगों पर बल प्रयोग मत करिए। इन पर वैसे ही, विपत्ति टूटी हुई है। इनकी गरिमा की रक्षा कीजिए।