लखनऊ: लगातार घट-बढ़ रही हॉटस्पॉट इलाकों की संख्या

लखनऊ। राजधानी में जब कोरोना वायरस ने पाँव पसारना शुरू किया तो इसकी जद में कुछ ही इलाके आये थे,वहीं कहीं न कहीं हुई लापरवाही के चलते राजधानी में कोरोना की बाढ़ आ गई और देखते ही देखते हॉट-स्पॉटों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। राजधानी में जब इसकी शुरुआत हुई तो मात्र 12 इलाके ही सील किये गए थे जिनमे 8 पूर्ण जबकि 4 आंशिक रूप से सील किये गए इलाके थे।
वही सदर इलाके में हुई लापरवाही के चलते कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी और यह इलाका प्रदेश का सबसे बड़ा केंद्र बन गया…..या यूँ कहें कि यह ही वह इलाका निकला जहां के लोगों के सम्पर्क में आने से राजधनी में कोरोना बाढ़ आ गई। वहीं मंगलवार तक राजधानी में हॉट स्पॉट की संख्या 18 थी वही लालबाग में कोरोना संक्रमित मिलने के चलते उस क्षेत्र को भी हॉट स्पॉट बना दिया जिसके बाढ़ यह संख्या 19 हो गई।
गौर हो कि बीती पांच अप्रैल को पुलिस ने पीर बक्का मस्जिद से 12 जमातियों को निकालकर बलरामपुर हॉस्पिटल भेजा था। जहां जांच में एक जमाती कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद मस्जिद समेत पूरे इलाके को जाने वाले सभी 12 रास्तों को सील कर दिया गया था। हालांकि, खुशकिस्मती की बात यह रही कि बीती 19 अप्रैल को 14 दिन पूरे होने के बाद भी इलाके में नया एक भी केस सामने नहीं आया। लिहाजा, इलाके को ऑरेंज जोन में शिफ्ट कर दिया गया था।
ऑरेंज जोन में शिफ्ट होने के भी आठ दिन गुजर चुके हैं, लेकिन एक भी केस सामने नहीं आया। बीती आठ अप्रैल को इलाके की मस्जिद में चार जमाती मिले थे। जांच में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद इसके आसपास के आंशिक इलाके को सील करते हुए हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया था। इलाके के लोगों को तभी से जरूरत का सामान डोर स्टेप डिलीवरी के जरिए मुहैया कराया जा रहा था। हालांकि, 14 दिन सुरक्षित बीतने के बाद 22 अप्रैल को इलाके को ऑरेंज जोन में शामिल कर दिया गया है। 14 दिन की मियाद में नया केस न आने पर संक्रमण मुक्त घोषित कर दिया जाएगा।
गोमतीनगर के विजयखंड आंशिक व उजरियांव का इलाका अचानक सात अप्रैल को सुर्खियों में आ गया था। इलाके में 12 कोरोना पॉजिटिव केस मिले थे, जिनमें से छह मरीज बाहर के थे। सभी को इलाज के लिये हॉस्पिटल में एडमिट कराते हुए इलाके को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया था। हालांकि, 14 दिन बीतने के बाद भी इलाके में एक भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने नहीं आया था। लिहाजा, बीती 21 अप्रैल को इसे ऑरेंज जोन में शिफ्ट कर दिया गया।
त्रिवेणीनगर स्थित इस मस्जिद में ठहरे जमातियों का कोरोना टेस्ट किया गया था। इनमें से चार जमाती कोरोना पॉजिटिव पाये गए थेc जिसके बाद आठ अप्रैल को मस्जिद और आसपास के इलाके को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया था। नगर निगम व फायर विभाग की फायर टेंडर्स ने इलाके को सेनेटाइज किया था। बीती 22 अप्रैल तक एक भी कोरोना संक्रमित का नया केस न आने पर इसे भी ऑरेंज जोन में शामिल कर दिया गया।
बीते 09 अप्रैल को सआदतगंज के मोअज्जमनगर स्थित मोहम्मदिया मस्जिद में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से हड़कंप मच गया था। घनी बस्ती वाले इस इलाके को प्रशासन ने तुरंत हॉटस्पॉट घोषित करते हुए इसे सील कर दिया था। इलाके के 200 से ज्यादा मकानों व मस्जिद को नगर निगम व फायर विभाग ने सेनेटाइज कराया था। बीती 22 अप्रैल को 14 दिन पूरे होने पर भी एक भी कोरोना संक्रमित का नया केस न आने पर इसे भी ऑरेंज जोन में शामिल कर दिया गया।
वहीं कैंट के आलीजान मस्जिद में पकड़े गए 12 जमाती गुडंबा स्थित रजौली मस्जिद में मिले 12 जमातियों के संपर्क में आए थे। आली जान मस्जिद में मिले जमातियों के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर इन सभी जमातियों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया था। साथ ही पांच अप्रैल को इलाके को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया था। नगर निगम व फायर विभाग की टीमों ने मस्जिद व इलाके के अन्य मकानों को सेनेटाइज किया था। 14 दिन का वक्त बीतने के बाद इलाके में नया केस सामने नहीं आया है। कैसरबाग के फूलबाग स्थित रहमानिया मस्जिद में 17 जमातियों के मिलने से हड़कंप मच गया था।
जांच में दो जमाती कोरोना पॉजिटिव पाये गए थे। पड़ताल में पता चला कि यह जमाती नजरबाग एरिया स्थित मस्जिद में भी गए थे। लिहाजा, फूलबाग के साथ ही नजरबाग का आंशिक एरिया हॉटस्पॉट घोषित करते हुए सील कर दिया गया था। इलाके को अब तक दो बार सेनेटाइज किया जा चुका है। 14 दिनों में इस इलाके में भी कोई नया केस सामने नहीं आया है। चारबाग स्थित मोहम्मदी मस्जिद में 13 जमाती मिलने पर उन्हें जांच के लिये हॉस्पिटल भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में 12 जमाती कोरोना पॉजिटिव पाये गए। जिसके बाद 7 अप्रैल को मस्जिद व आसपास के इलाके को सील कर दिया गया था। एहतियातन इलाके को नगर निगम ने सेनेटाइज किया।
दो इलाके हॉटस्पॉट से पूरी तरह मुक्त
राजधानी के दो इलाकों को हॉटस्पॉट से पूरी तरह मुक्त कर दिया गया है। सीएमओ डॉ0 नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि इंदिरानगर के मुंशी पुलिया मेट्रो स्टेशन में डॉ। इकबाल अहमद क्लीनिक के पास एक माह पहले छह कोरोना पॉजिटिव केस मिले थे। वहीं, खुर्रमनगर के अलीना इंक्लेव में छह केस सामने आए थे। इसके बाद 28 दिन में कोई भी नया केस सामने न आने पर इन दोनों ही इलाकों को हॉटस्पॉट मुक्त घोषित किया गया है।
फिलहाल दो इलाकों को हॉटस्पॉट मुक्त घोषित किया गया है। जिन इलाकों में 28 दिन बीतने के बाद नया केस सामने नहीं आएगा, उन्हें नियमानुसार हॉटस्पॉट मुक्त एरिया घोषित किया जाएगा।
– डॉ0 नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ
ज्वाइंट कमिश्नर ने लिया हॉट-स्पॉट का जायजा
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बुधवार दोपहर पुराने लखनऊ, नक्खास, अकबरी गेट, बिरहाना और अस्तबल चारबाग में बने हॉटस्पॉट इलाकों का निरीक्षण किया। हॉटस्पॉट एरिया में पहुंचकर जेसीपी ने वहां तैनात पुलिसकर्मियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें फेस शील्ड, मास्क और सैनिटाइजर आदि बांटे। जेसीपी के निरीक्षण के समय डीसीपी वेस्ट सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, एडीसीपी, चौक व बाजार खाला पुलिस भी मौजूद रही।
जेसीपी नवीन अरोड़ा ने हॉटस्पॉट इलाकों में रह रहे लोगों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। साथ ही लोगों को सोशल डिस्टेंस के बारे में भी जागरूक किया। डीसीपी वेस्ट सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी और एडीसीपी विकास चंद त्रिपाठी ने भी लोगों को सोशल डिस्टेंस के बारे में जागरूक किया। ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस नवीन अरोड़ा ने अपने मातहतों से की बात साथ ही उनको बांटा फ्रूटी और मास्क भी दिये।
क्वारंटीन सेंटर बनाने पर लोगों ने काटा हंगामा
राजधानी के विकासनगर थाना क्षेत्र के सेक्टर 1 में स्थित पायनियर स्कूल को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने के लिए बुधवार को टीम पहुंची तो क्षेत्रीय लोगों ने इसका जमकर विरोध किया। देखते ही देखते भीड़ इकट्ठा होने लगी, वहीं सूचना मिलने पर क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराया। प्रभारी निरीक्षक धीरज शुक्ला ने बताया कि डीएम लखनऊ के आदेश पर 12 स्थानों को क्वारंटीन चिन्हित कर सेंटर बनाया जाना है।
विकास नगर के सेक्टर एक में स्थित पायनियर कालेज भी शामिल है, उन्होंने बताया कि यह सेंटर प्रतीक्षारत है,आवश्यकता पड़ने पर प्रयोग में लाया जायेगा। बुधवार जब टीम इसका निरीक्षण करने पहुंची तो क्षेत्रीय लोगों ने इसका जमकर विरोध किया, वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कराया। धीरज शुक्ला ने बताया कि जनता के विरोध के चलते थाना स्तर से आपतत्ति लगाकर रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी।