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पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह और अमरिंदर सिंह की बैठक, इस मुद्दे पर हुई बातचीत

पंजाब विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं और सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी की रणनीतिक तैयारियां हो रही हैं. इस बैठक में अमित शाह के अलावा, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह मौजूद हैं. इसके अलावा, सुखदेव सिंह ढींढसा भी बैठक में मौजूद हैं.

बीजेपी का कैप्टन अमरिंदर सिंह और ढींडसा की पार्टी के साथ गठबंधन का मसौदा लगभग तैयार हो चुका है. आधिकारिक गठबंधन की जल्द ही घोषणा की जाएगी. पंजाब की 117 सीटों में से 75 से ज्यादा सीटों पर अकेले बीजेपी चुनाव लड़ेगी. कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी 25 से 30 सीट पर चुनाव लड़ सकती है. साथ ही कुछ सीटें सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी को दी जाएंगी. माना जा रहा है कि अब तक पंजाब में अकाली दल के साथ छोटे भाई की भूमिका में रहने वाली बीजेपी अब कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी के साथ बड़े भाई की भूमिका में नजर आएगी.

पंजाब बीजेपी प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, आज ढींढसा के नेतृत्व में सभी तीनों दलों बीजेपी, पंजाब लोक कांग्रेस और शिअद (संयुक्त) के पार्टी प्रमुख से मुलाकात की. सीट बंटवारे, एक संयुक्त घोषणापत्र जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए प्रत्येक पार्टी के 2 सदस्यों की एक समिति बनाई जाएगी.

गठबंधन में सीटों का बड़ा हिस्सा होगा बीजेपी के पास

बीजेपी ने घोषणा की है कि वह अमरिंदर सिंह की पार्टी के साथ गठबंधन में पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ेगी. सिंह पंजाब चुनावों के लिए एक रणनीति तैयार करने के सिलसिले में बीजेपी के अलग-अलग नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. ये लगभग तय हो चुका है कि नेताओं का गठबंधन में सीटों का बड़ा हिस्सा बीजेपी को जाने वाला है. पार्टी लंबे समय से सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के साथ अपने अनुभव को देखते हुए राज्य में अपने संगठन का विस्तार और मजबूत करना चाहती है. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘हम राज्य में किसी के साथ छोटे भाई की भूमिका में नहीं होंगे.’

गौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के साथ अमरिंदर सिंह की तनातनी हुई. इसके बाद सिंह को पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर अपना पद छोड़ना पड़ा. इसके बाद सियासी उथल-पुथल के बीच कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सीएम बनाया. वहीं, कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़ते हुए अमरिंदर सिंह ने अपनी खुद की पार्टी बना ली.

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