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आप भी जानिए कि अमेठी पुलिस के इन 04 सिपाहियों ने ऐसा क्या कर दिया जिनकी तलाश में लगी हुई है पड़ोसी जनपद बाराबंकी की पुलिस।

जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तब जनता को कौन बचा सकता है। जी हां पुलिस के बड़े बड़े कारनामे आए दिन देखने को मिलते हैं जिसके चलते उत्तर प्रदेश पुलिस हमेशा चर्चा में बनी रहती है। ऐसा ही एक कारनामा अमेठी से भी प्रकाश में आया है जिसके कारण इन दिनों अमेठी पुलिस खूब सुर्खियां बटोर रही है। कहते हैं पुलिस और पत्रकार का चोली दामन का साथ होता है। अमेठी जिले के जगदीशपुर कोतवाली में तैनात एक सिपाही से ऐसे ही एक पत्रकार खबरों के सिलसिले में आए दिन बातचीत किया करते थे। धीरे-धीरे दोनों में मित्रता प्रकार हो गई और आवश्यकता पड़ने पर पत्रकार की चार पहिया गाड़ी पुलिसकर्मी मांग कर ले जाने लगे। पत्रकार को इस बात का कतई अंदाजा नहीं था कि पुलिस कर्मी द्वारा उनकी गाड़ी मांग कर ले जाने तक उस गाड़ी से अपहरण जैसी गंभीर वारदात को अंजाम दिया जाएगा। 3 दिसंबर को जनपद बाराबंकी के सुबेहा थाने की पुलिस पहुंची और पत्रकार के घर से उनकी गाड़ी को उठा लिया उसके बाद पत्रकार को भी अपने साथ ले गई। उसके बाद पुलिस वालों से जब पत्रकार को जो पता चला तब उनके होश उड़ गए। बीते 30 नवंबर को सुबेहा थाना क्षेत्र के हवेली मोहल्ला निवासी आफाक नामक भट्ठा व्यवसाई को जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहब्बतपुर गांव निवासी राजू नामक व्यक्ति ने एक बड़े व्यवसाय के सिलसिले में आफाक को फोन कर रहन पुरवा मोड़ पर बुलाया । पूर्व परिचित होने के कारण आपका राजू से मिलने उसके बताए गए स्थान पर पहुंच गए । पीड़ित के मुताबिक वहां पहुंचते ही चार पहिया वाहन सवार लोगों ने हमारे सिर पर तमंचा लगाकर जबरदस्ती कार में बैठा लिया और गाड़ी लेकर रानीगंज वारिसगंज मुसाफिरखाना आदि स्थानों पर टहलते रहे। छोड़ने के नाम पर 5 लाख रुपये घर से मगाने की बात कही । लेकिन इसी बीच उन लोगों को कहीं से इस बात का भय लगने लगा कि हमारे फोन सर्विलांस पर लगा दिए गए हैं । तब मैंने उनसे कहा कि मुझे छोड़ दो रुपया दे देंगे जिस पर अपहरणकर्ताओं ने इस शर्त पर उन्हें छोड़ने को राजी हुए कि रुपए नहीं दोगे तो बाद में हम तुम्हारी हत्या कर देंगे। जिसके बाद अपहरणकर्ताओं ने भट्ठा व्यवसाई आफाक को जगदीशपुर स्थित कादू नाला के पास छोड़ दिया । अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटने के बाद भट्ठा व्यवसाई आफाक ने बाराबंकी के सुबेहा थाने पहुंचकर पुलिस को तहरीर देते हुए पूरी कहानी बताई। पुलिस ने मामले की गंभीरता लेकर तत्काल जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मोहब्बतपुर में छापा मारकर राजू को गिरफ्तार कर लिया। अपहरण के इस मामले में राजू ने जगदीशपुर कोतवाली में तैनात चार सिपाहियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की बात कही। पुलिस मामले की तहकीकात करते हुए जगदीशपुर थाने पहुंची। जैसे ही इन सिपाहियों को इस बात की भनक लगी यह चारों सिपाही थाने से फरार हो गए हैं फिलहाल बाराबंकी की पुलिस इन चारों सिपाहियों को ढूंढने में लगी हुई है। इस मामले की जैसे ही भनक पुलिस अधीक्षक अमेठी दिनेश सिंह को लगी उन्होंने तत्काल जगदीशपुर कोतवाली में तैनात रतन राकेश, शिवदयाल राठौर, राकेश सिंह व अरुण कुमार यादव चारों सिपाहियों को निलंबित कर दिया और संपूर्ण प्रकरण की जांच हेतु अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडेय को नामित किया।

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