
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन में कथित तौर पर हिंसा फैलान में शामिल होने के आरोप में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के दो छात्रों को गिरफ्तार किया गया. इस गिरफ्तारी पर कई बॉलीवुड कलाकारों ने नाराजगी जाहिर की है. साथ ही कहा है कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करना कोई अपराध नहीं है.
एक बयान में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की कई हस्तियों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों और नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली पुलिस की आलोचना की है. पुलिस के जरिए उठाए गए इस कदम को बयान के जरिए पूरी तरह से अमानवीय और अलोकतांत्रिक बताया गया है.बयान जारी करने वाले कलाकारों में महेश भट्ट, विशाल ददलानी, विशाल भारद्वाज, अनुराग कश्यप और अन्य शामिल हैं. इन हस्तियों की ओर से ये बयान जारी किया है.
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीडिया प्रभारी सफुरा जर्गर को गिरफ्तार कर लिया. सफुरा जर्गर पर नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ भीड़ को जुटाने और हिंसा कराने का आरोप है. सफुरा जर्गर पर आरोप है कि उसने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के लिए जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे महिलाओं को जुटाया था.
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सूत्रों के मुताबिक सफुरा जर्गर को जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन में शामिल रहते भी देखा गया था. सफुरा जर्गर की गिरफ्तारी उस समय सामने आई है, जब कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मोदी सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन कर रखा है. इसके अलावा मीरान हैदर नाम के अन्य छात्र को भी गिरफ्तार किया गया.
दोनों छात्र पीएचडी के छात्र हैं और जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य भी हैं. फिलहाल दोनों ही तिहाड़ जेल में बंद हैं. वहीं सफुरा तीन महीने की गर्भवती हैं.