भारत की ये तीन कंपनियां बनाएंगी कोरोना की वैक्सीन, मिली मंजूरी

कैडिला हेल्थकेयर, भारत बायोटेक इंटरनेशनल (BBIL) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SIIPL) कोरोना के टीका बनाने की तैयारी में लग गए हैं. इन तीन कंपनियों-संस्थान के लिए केंद्र सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने फंड मंजूर कर लिया है.
कोविड-19 का टीका बनाने के लिए बायोटेक्नोलॉजी विभाग इन कंपनियों को फंड देगा. विभाग ने एक बयान में बताया कि इसके अलावा कोरोना के डायग्नोटिस्क्स, थेरापेटिक्स और अन्य कई तरह के कार्यों के लिए 13 अन्य प्रस्ताव मंजूर किए गए हैं.
विभाग ने कहा कि बहुफलकीय रवैया अपनाया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि विभिन्न प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहीं और विभिन्न चरणों में काम कर चुकी टीका कंपनियां एक रिसर्च कंसोर्टियम के तहत तेजी से काम कर सकें. इसके लिए नेशनल बायोफार्मा मिशन के तहत उनकी फंडिंग की जा रही है. देश में दवाओं और टीकों के विकास के लिए साल 2017 में इस मिशन की शुरुआत की गई थी.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग और बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंट कौंसिल ने कोविड-19 पर रिसर्च के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे. इसके लिए एकेडमिक और इंडस्ट्री जगत से करीब 500 आवेदन हासिल हुए.
कोरोना वायरस के लिए टीके के दो चरणों का विकास कैडिला हेल्थकेयर और भारत बायोटेक के द्वारा किया जाएगा और तीसरे चरण के महत्वपूर्ण ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल की स्टडी सीरम इंस्टीट्यूट के द्वारा की जाएगी.
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गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. दुनिया में कोरोना से करीब 25 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और करीब 1.7 लाख लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में भी कोरोना काबू में नहीं आ रहा. भारत में 18 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हैं और करीब 590 लोगों की मौत हो चुकी है.
गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. दुनिया में कोरोना से करीब 25 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और करीब 1.7 लाख लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में भी कोरोना काबू में नहीं आ रहा. भारत में 18 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हैं और करीब 590 लोगों की मौत हो चुकी है.
दुनिया के कई देशों की कोशिश के बावजूद कोरोना का टीका अभी तक नहीं बन पाया है. ऐसा माना जाता है कि इसका टीका पूरी तरह से विकसित करने में कम से कम एक साल लग जाएगा. इसमें सबसे ज्यादा सक्रिय अमेरिका है जहां कोरोना का टीका विकसित करने के लिए जोर-शोर से प्रयास किए जा रहे हैं.