अयोध्या: भविष्य में मिला कोरोना मरीज तो होगी कार्यवाही

कार्यवाही की तैयारी का जिला मजिस्ट्रेट ने दिया निर्देश
अयोध्या। जिला मजिस्ट्रेट ने नगर आयुक्त नगर निगम, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य राजस्व अधिकारी, समस्त अपर जिला मजिस्ट्रेट, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी व खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि तहसील सदर के विकास खंड पूरा बाजार अंतर्गत ग्राम सनेहू के मजरा नत्थन का पुरवा में 23 अप्रैल को एक महिला कोरोना पाजटिव पाई गई थी जिसके कारण उसे इलाज हेतु जनपद सुल्तानपुर भेजा गया है, तथा उसके परिवार के सभी सदस्यों को जिला मुख्यालय स्थित एक होटल में क्रांटाइन किया गया है और उसके घर के चारों ओर 1 किलोमीटर की परिधि को हॉट-स्पॉट घोषित करते हुए डिसइन्फेक्शन आदि की कार्यवाही कराई गई।
आसन्न भविष्य में कोरोना पाॅजटिव पाए जाने पर कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए तत्काल की जाने वाली कार्यवाही के संबंध में मेरे 14 सूत्री सूची तैयार की गई है। इसी प्रकार कोरोनो प्रभावित क्षेत्र में स्क्रीनिंग, डिसइन्फेक्शन टीम द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों से संबंधित 20 सूत्री एक हैंडआउट तथा घर-घर कांट्रैक्ट ट्रेसिंग स्क्रीनिंग हेतु प्रारूप भी तैयार किया गया है।
जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि उक्त सूची हैंडआउट एवं घर-घर कांट्रैक्ट ट्रेसिंग स्क्रीनिंग प्रारूप की प्रतियाॅ संलग्न करते हुए आप सभी को निर्देशित किया जाता है कि उसमें दिए गए निर्देशानुसार तत्काल समस्त आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें ताकि भविष्य में कोरोना पाॅजटिव केस पाये जाने पर तत्काल टीम द्वारा संबंधित ग्राम व क्षेत्र में घर-घर जाकर स्क्रीनिंग डिस्इन्फेक्शन आदि का कार्य प्रभावी एवं सुरक्षित ढंग से किया जा सकेे।
उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि वह पर्याप्त संख्या में कैनवाश के जूते खरीद कर पूर्व से रख लें, ताकि किसी भी स्थिति में यदि कोई कार्मिक जूते पहन कर नहीं आता है तो उसे दिया जा सके, और वह सुरक्षित तरीके से अपने कार्य को कर सके।
सभी तहसीलदार अपने पास पर्याप्त संख्या में पानी की बोतल आदि उपलब्ध रखेंगे ताकि टीमों को डिस्इन्फेक्शन व स्क्रीनिंग हेतु भेजते समय बिलम्ब न हो। अन्य सभी संबंधित विभागों द्वारा भी इंगित तैयारियांे को पूर्व से ही संपन्न करा लिया जाए ताकि जनपद में कोई भी कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने पर बहुमूल्य समय नष्ट किए बिना बचाव कार्य पूर्ण किया जा सके और कोरोना वायरस के प्रभाव को सीमित किया जा सके।