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भारतीय जनसेवा पार्टी का प्रसपा में विलय, शिवपाल ने कहा 2022 में करेंगे सत्ता परिवर्तन

लखनऊ : प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की मौजूदगी में आज भारतीय जन सेवा पार्टी का विलय हुआ. भारतीय जन सेवा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी लक्ष्मी शंकराचार्य, राष्ट्रीय महासचिव मुर्तजा अली, राष्ट्रीय सलाहकार खालिद इस्लाम सहित कई अन्य धर्मगुरु शामिल रहे. इन्होंने और समाजवादी पार्टी को मजबूत बनाने का संकल्प लिया. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भारतीय जन सेवा पार्टी का प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में विलय हुआ है. इस विलय से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी और मजबूत हुई है. हम इस मजबूती और लगातार शामिल हो रहे लोगों के कारण 2022 के विधानसभा चुनाव में सरकार बनाएंगे. सत्ता का परिवर्तन करेंगे.

उन्होंने सुहेलदेव भासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का अखिलेश यादव के साथ गठबंधन करने के सवाल पर कहा कि समान विचारधारा के लोग एकजुट हो रहे हैं तो अच्छी बात है. हालांकि अखिलेश यादव के साथ उनकी खुद की पार्टी के गठबंधन के सवाल को वह टाल गए. कहा कि जब यह होगा तो सबको पता चल जाएगा. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मायावती खुद वोट काटने वाले पार्टी के रूप में काम करती हैं. हम उनसे भी कहेंगे कि वह भी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में आ जाएं.

इसके अलावा उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में शराबबंदी, महिलाओं को 33% आरक्षण देने, सत्ता में भागीदारी करने और तमाम मुद्दों को लेकर वह परिवर्तन रथयात्रा निकाल रहे हैं और अपनी पार्टी को मजबूत कर रहे हैं. प्रियंका गांधी द्वारा 40 फीसद महिलाओं को टिकट देने के सवाल पर कहा कि अच्छी बात है, सबको इस तरफ ध्यान देना चाहिए. हमारी पार्टी भी इस ओर ध्यान दे रही है और महिलाओं को अधिक संख्या में टिकट देने का काम किया जाएगा.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हम सामाजिक परिवर्तन यात्रा निकाल रहे हैं और अपनी पार्टी को लगातार मजबूत करने का काम कर रहे हैं. कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने न कभी गीता पढ़ी है और न रामायण. कुरान भी नहीं पढ़ी. बीजेपी सिर्फ हिंदू-मुसलमान की राजनीति करती है. जब से भाजपा आई है, तब से सभी लोग परेशान हैं. हम लोगों ने तय कर लिया है कि भारतीय जनता पार्टी को हटाना है. कहा कि भाजपा सिर्फ झूठे वादे करती है. लखीमपुर खीरी घटना हुई तो तत्काल केंद्रीय राज्यमंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए था. लेकिन भाजपा लगातार उनको बचाने का काम करती रही.

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