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सोने की कीमत बढ़ी, चांदी के भाव में गिरावट; जानें कहां पहुंचे दाम

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत गुरुवार को 112 रुपये बढ़कर 47,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है. HDFC सिक्योरिटीज के मुताबिक, इसकी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में रिकवरी आना है. पिछले कारोबार में, बहुमूल्य धातु 46,938 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी. इसके विपरीत, चांदी 203 रुपये की गिरावट के साथ 63,767 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई. इससे पिछले कारोबारी दिन में, यह 63,970 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही थी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में, सोना तेजी के साथ 1,803 डॉलर प्रति औंस और चांदी 24.12 डॉलर प्रति औंस पर फ्लैट रही.

क्यों आई सोने में तेजी?

HDFC सिक्योरिटीज में वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा कि सोने की कीमतें कम अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स और मिले-जुले वैश्विक संकेतकों के कारण हुए पिछले नुकसान से उभरकर रिकवर कर गई हैं. वहीं, कोलकाता में चांदी की कीमत 65,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही है. सोने की बात करें, तो पश्चिम बंगाल की राजधानी में सोने की कीमत 48,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है.

फ्यूचर्स ट्रेड में सोने की कीमतें गुरुवार को 18 रुपये बढ़कर 47,980 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर, दिसंबर के लिए गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट्स 18 रुपये की तेजी के साथ, 47,980 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. सिल्वर फ्यूचर्स में गुरुवार को 109 रुपये गिरकर 65,056 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर, दिसंबर के लिए सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट्स में 109 रुपये की गिरावट के साथ 65,056 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई.

सोने की मांग बढ़ी

वहीं, भारत में सोने की मांग में जुलाई-सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 47 फीसदी का उछाल देखा गया है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने एक रिपोर्ट में कहा कि आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने और कंज्यूमर डिमांड में रिकवरी की वजह से ऐसा हुआ है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के मुताबिक, भारत में सोने की मांग प्री-कोविड लेवल की ओर वापसी कर रही है और आगे जाकर भी आउटलुक बेहतर नजर आ रहा है.

देश की कुल डिमांड 2020 की सितंबर तिमाही के दौरान 94.6 टन पर रही थी. WGC की Q3 गोल्ड डिमांड रिपोर्ट में यह कहा गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, वैल्यू के मामले में, भारत की तीसरी तिमाही की मांग में 37 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह 59,330 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. एक साल पहले यह 43,160 करोड़ रुपये पर रही थी.

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