औरैया, आगरा के 26 मजदूरों की मौत के लिए सरकार जिम्मेदारः माले

मृतकों के परिजनों व घायलों को मुआवजा देने की मांग, घायलों का सरकारी खर्चे पर हो समुचित इलाज
लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की राज्य इकाई ने औरैया व आगरा में शनिवार को हुई सड़क दुर्घटनाओं में घर लौट रहे 26 प्रवासी मजदूरों की मौत पर शोक व घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पार्टी ने मौतों के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मृतकों के परिजनों व घायलों को पर्याप्त मुआवजा देने और सरकारी खर्चे पर समुचित इलाज कराने की मांग की है।
पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि ये मौतें लॉक डाउन जनित जनसंहार हैं। यह हादसा नहीं, सरकार निर्मित त्रासदी है। लॉकडाउन की परेशानियों के चलते घर वापसी के लिए विवश हुए प्रवासी मजदूरों को यदि उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए पर्याप्त ट्रेनों और बसों की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई होती, तो इस जनहानि से बचा जा सकता था।
माले नेता ने कहा कि मजदूरों को घर लौटने के लिए पंजीकरण की जो ऑनलाइन व्यवस्था है, उससे इसका कुछ पता नहीं चलता कि किसका नंबर कब आएगा। तमाम अर्जियां लगाने के बावजूद संबंधित थाने या प्रशासन से भी यात्रा को लेकर उन्हें कोई निश्चित जवाब या अनुमति नहीं मिलती। कहीं सुनवाई न होती देख, अपनी अनिश्चित बारी के इंतजार से थक-हारकर और भूखमरी से परेशान होकर परिवार समेत मजदूर पैदल ही सैंकड़ों मील की यात्रा पर निकल पड़ने को विवश हो जाते हैं।