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लुधियाना ब्लास्ट में खालिस्तानी ग्रुप का हाथ, पाकिस्तान ISI से जुड़े थे तार, इस तरह काम करता था आतंकियों का नेटवर्क

पंजाब के लुधियाना कोर्ट में जो दिल दहला देने वाली घटना हुई है उसके पीछे पाकिस्तान के आतंकियों को हाथ है. सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, जर्मनी के खालिस्तान समर्थक आतंकवादी जसविंदर सिंह मुल्तानी ने 23 दिसंबर को सत्र अदालत में हुए विस्फोट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.पंजाब के होशियारपुर जिले के गांव मंसूरपुर के मूल निवासी, मुल्तानी पाकिस्तान स्थित तस्करों के अपने नेटवर्क का उपयोग करके भारत की मुख्य भूमि पर आतंकवादी हमले करने के लिए भारत में हथियारों और विस्फोटकों की आपूर्ति करता रहा है.

कहा जाता है कि मुल्तानी पंजाब और भारत के अन्य हिस्सों में सीमा पार से तस्करी कर लाए गए विस्फोटकों का उपयोग करके आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहा था. यह पता चला है कि मुल्तानी ने एक प्रमुख किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल, बीकेयू-राजेवाल के अध्यक्ष को भी निशाना बनाया, जिसके बाद खालिस्तानी बलों के घुसपैठ के प्रयास और कृषि कानूनों के विरोध को पटरी से उतारने की निंदा की. बता दें गुरुवार को कोर्ट परिसर में हुए धमाके में एक व्यक्ति की मौत हुई और 5 लोग घायल हो गए थे.

पंजाब में लगभग 42 बार देखे गए ड्रोन

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लाल किला घटना के बाद एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं. वे लगातार अपने आंदोलन को दोबारा जीवित करने की तैयारी में लगी खालिस्तानी ताकतों पर नजर रखे हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स पंजाब में आतंकी गतिविधियों के लिए अपने साथियों को निर्देश दे रहे थे. उन्होंने बताया कि प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर ऐसी कई साजिशों को नाकाम किया गया है.वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘हमें स्थानीय गैंग को शामिल किए जाने और पाकिस्तान के आईएसआई समर्थित खालिस्तानी आंदोलन को दोबारा शुरू किए जाने के संबंध में खास जानकारी मिली थी. हमने इन इनपुट्स को स्थानीय पुलिस के साथ साझा भी किया था. फरार या जमानत पर बाहर अपराधियों की सूची बनाने के लिए पूरे राज्य में ऑपरेशन चलाया गया था. बीते कुछ महीनों में बरामद हुई चीजें केवल शुरुआत है.’

उन्होंने बताया कि नवंबर में आर्मी कैंट के गेट पर हुआ ग्रेनेड हमला भी आतंकी गतिविधि थी, जिसे स्थानीय अपराधियों ने अंजाम दिया था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘इस साल पंजाब के पास करीब 42 बार ड्रोन दिखे जाने के मामले दर्ज किए गए, कई मामले रिपोर्ट नहीं हुए. पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन की मदद से गिराए गए विस्फोटक और छोटे हथियारों का इस्तेमाल राज्य में अशांति फैलाने के लिए किया जाएगा.’ वहीं अगस्त 2021 में, पंजाब पुलिस ने तरनतारन जिले के सरूप सिंह को गिरफ्तार किया, जिसे मुल्तानी ने कट्टरपंथी बनाया था और जिले के शहर में तबाही मचाने के लिए उसे दो उच्च विस्फोटक हथगोले भेजे थे.

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