उत्तर प्रदेशलखनऊ

लखीमपुर खीरी कांड: SIT की टीम ने अंकित दास के आवास से बरामद की पिस्टल व रिपीटर गन

लखनऊ: पुलिस लाइसेंसी हथियार बरामद करने के लिए लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास को उनके लखनऊ के अपार्टमेंट में लेकर पुलिस पहुंची थी. एसआईटी टीम ने शुक्रवार की दोपहर को अंकित दास के आवास पर छापेमारी की. यहां से SIT की टीम ने पिस्टल और रिपीटर गन बरामद की. एसआईटी की टीम ने जांच तेज कर दी है. एसआईटी की टीम ने लखीमपुर खीरी मामले पर रिक्रिएशन कर मामले की तफ्तीश कर रही है.

वहीं इस मामले में एसआईटी की टीम कांग्रेसी नेता के भतीजे अंकित दास से पूछताछ करने के बाद ही शुक्रवार को अंकित दास को साथ ले जाकर उनके लखनऊ के हुसैनगंज स्थित आवास पर छापेमारी की. पिस्टल का लाइसेंस अंकित दास और रिपीटर गन का लाइसेंस लतीफ उर्फ काले के नाम पर होना बताया गया है. अंकित दास के लखनऊ के हुसैनगंज क्ले स्क्वायर के एमआई अपार्टमेंट से यह बरामदगी हुई है.

बताया जा रहा है वारदात के बाद अंकित दास ने अपने फ्लैट में ही पिस्टल और रिपीटर गन छिपाई थी. एसआईटी की टीम अंकितदास को लेकर गोमतीनगर के होटल सागर सोना भी पहुंची थी. वारदात के बाद दो रात अंकित दास इसी होटल में रुका था. इसके साथ ही एसआईटी ने होटल की डीवीआर को भी अपने कब्जे में ले लिया है. यहां अंकित दास ने कहा कि वो बेगुनाह हैं और वो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को रिसीव करने के लिए गए थे.

बुधवार की सुबह करीब 10:15 बजे लखनऊ के कांटेक्टर अंकित दास कई वकीलों के साथ लखीमपुर पहुंचे थे और पुलिस लाइन में एसआईटी के सामने पेश हुए थे. एसआईटी ने उनसे करीब 4 घंटे तक पूछताछ की थी. लखीमपुर खीरी कांड के कई वीडियो में अंदेशा जताया जा रहा था कि उस काफिले में अंकित दास भी मौजूद थे. आरोप है कि उन्होंने किसानों को रौंदा था. इसके बाद उनकी तलाश एसआईटी की टीम कर रही थी. इनको आरोपी आशीष मिश्रा ने अपना सहयोगी बताया था.

लखीमपुर हिंसा केस में किसानों ने आशीष मिश्रा मोनू के साथ अज्ञात 15 लोगों को नामजद किया गया था. लखीमपुर कांड में मारे गए चार किसानों के मामले में अंकित के खिलाफ साजिश, हत्या, गैर इरादतन हत्या, बलवा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. मामले में अंकित के कार चालक शेखर को एसआईटी ने पलिया बस स्टैंड से मंगलवार को गिरफ्तार किया था. वो नेपाल भागने की फिराक में था. एसआईटी ने शेखर को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था.

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