
लखनऊ। गाजीपुर थानाक्षेत्र के इंदिरानगर-सी ब्लॉक स्थित प्राइम पैलेस अपार्टमेंट में सोमवार सुबह आग लग गई। इसकी चपेट में आने से ब्रांडिंग एजेंसी का कार्यालय राख हो गया। वहीं, अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर धुआं भरने से चार बुजुर्ग फंस गए। अग्निशमन कर्मियों ने इन्हें सुरक्षित निकाला। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। लपटों से पास के अन्य पीआर एजेंसी कार्यालय का भी नुकसान हुआ। हादसे का कारण पता नहीं चल सका है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय कुमार सिंह के मुताबिक अरावली मार्ग स्थित इस अपार्टमेंट में सुबह करीब 7:30 बजे आग लगी। सुबह 7:45 बजे इसकी सूचना मिलते ही इंदिरानगर फायर स्टेशन से गाड़ी पहुंची। वहीं, इंस्पेक्टर गाजीपुर बृजेश सिंह, एसीपी गाजीपुर अमित कुमार राय भी टीम के साथ पहुंचे। आग अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर फ्लैट नंबर 401 में आग लगी थी। इसी फ्लोर पर 403 नंबर और अन्य फ्लैटों में लोग रह रहे थे। सुबह आग लगने से लोग बाहर निकल नहीं सके। पुलिस और फायर की टीम ने इन्हें निकालना शुरू किया।
सांस लेने में होने लगी दिक्कत
अग्निशमन व पुलिस टीम ने तीसरी मंजिल पर रहने वाले घनश्याम दास धवन, मनोरमा, शकुंतला और श्रीमती सक्सेना को बाहर निकाला। पूरे अपार्टमेंट में धुआं भरने से चारों बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत थी। इन्हें निकालने के बाद आग पर काबू पाना शुरू किया गया। बुजुर्गों को सकुशल निकालने में अग्निशमन विभाग के अजय सिंह, ओंकार, प्रमोद कुमार रमाशंकर, सुरेंद्र कुमार, शिवलाल, प्रेम कुमार, इंस्पेक्टर गाजीपुर बृजेश सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आठ गाड़ियों ने संभाला मोर्चा
मुख्य अग्निशमन अधिकारी के मुताबिक इंदिरानगर, हजरतगंज और गोमती नगर फायर स्टेशन से सात दमकल गाड़ियों और एक हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भेजी गई। एफएसओ इंदिरानगर उमाकांत यादव, गोमती नगर मदन सिंह और हजरतगंज के योगेंद्र कुमार ने सूझबूझ से आग पर काबू पाना शुरू किया। सीएफओ के मुताबिक आग की चपेट में फ्लैट नंबर 402 स्थित पीआर एजेंसी कैवल्य कम्युनिकेशन का कार्यालय भी आ गया।
ऑफिस बनाने में खर्च किए थे 50 लाख
ब्रांडिंग एजेंसी के कार्यालय का हाल ही में मरम्मत कराया गया था। एजेंसी मालिक आलोक तिवारी ने इस पर करीब 50 लाख रुपये खर्च किए थे। बताया कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है। वहीं, कैवल्य कम्युनिकेशन के एमडी विशाल मिश्रा ने बताया कि उनके ऑफिस का करीब पांच लाख का सामान राख हो गया।