लॉकडाउन का चिनहट पुलिस उठा रही है फायदा, पीड़ितों को भेज रही है जेल

लखनऊ। राजधानी की चिनहट पुलिस लाॅकडाउन का जमकर फायदा उठा रही है। छोटे-छोटे मामलो में दरोगा अपने मुखबिरों और दलालों की मदद में कदर चूर है कि उन्हें पीड़ित की अपराधी लगता है। ऐसे ही मामले बीते चार मई से छह मई के बीच सामने आए। जिसमें पुलिस को सूचना देने वालों को पुलिस परेशान करती रही। यहीं घर पर बार बार दबिश लेकर मारपीट जैसे मामले में उत्पीड़न करती नजर आई। पहला मामला चिनहट मल्हौर निवासी शहनुमा बानों के साथ हुआ।
उनके ही पड़ोसी रिश्तेदार और पुलिस के मद्दगारों ने उनके घर पर चढ़कर जमकर पिटाई और पुलिस की मदद से उन्हीं के खिलाफ केस दर्ज कर दिया। जबकि पीडिता ने भी प्रार्थना पत्र दिया। उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके बाद उसने आईजीआरएस में शिकायत की तो कस्बा के दीवान अशोक कुमार मिश्रा के कहने पर चैकी इंचार्ज सुरेश पाण्डेय वह काम किया। जिसे सुनकर घिन आएगी। दूसरा मामला देवा रोड़ स्थित शिवनगर का हैं। जहां पर चचेरे भाईयों ने अपनी बहन के बेटों को जमकर पीटा, जिससे महिला समेत बेटे घायल हो गए।
पीड़िता ने अपनी व अपने बेटों की जान बचाने के लिए दरवाजा बंद कर लिया। उसके बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस पीड़िता के बच्चों को ले आई और चैकी इंचार्ज गिरीशचन्द्र यादव, दरोगा भूपेन्द्र सिंह व मंत्री स्वाति सिंह का अपना रिश्तेदार बताने वाले दीवान देवेन्द्र सिंह ने बड़ी चतुराई से इंस्पेक्टर को गुमराह करते हुए बता दिया कि दूसरे पक्ष के लोग गंभीर रूप से घायल है।
और पीड़िता के बच्चों के खिलाफ मारपीट, धमकी और जान से मारने के प्रयास का केस दर्ज कर जेल भेज दिया। इसी तरह कई ऐसे और भी मामले है जिसमें पुलिस की ज्यादती सामने आई है। जबकि शिवनगर निवासी पीड़िता ने बताया कि उन्हें ओर उनकों मारने वाले चिनहट में वांछित चल रहे हैं और दबंग है। पुलिस लेनदेन करके केस दर्ज कर रही है।