चुनाव से पहले सियासी नब्ज टटोलने यूपी जा रहे अमित शाह, नॉन परफॉर्मर विधायकों पर भी होगा विचार
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए रणनीति और तैयारियों के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार (29 अक्टूबर) को लखनऊ पहुंच रहे हैं. इस दौरान वह प्रदेश में बीजेपी के सदस्यता अभियान का आगाज करेंगे. इसके साथ चुनावी रणनीति के लिए संगठन के आला पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे.
भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि, आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उसके प्रदेश में सदस्यों की संख्या चार करोड़ तक पहुंच जाए ताकि वह कार्यकर्ताओं के ही दम से विधानसभा चुनाव जीत सके. इसी योजना को दिमाग में रखकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 29 अक्टूबर को लखनऊ आएंगे. वह यहां सदस्यता अभियान का आगाज करेंगे. इसके साथ ही पार्टी के टिकट देने को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
नॉन परफॉर्मर विधायकों का कट सकता है टिकट
सुत्रों के मुताबिक नॉन परफॉर्मर विधायकों का पत्ता साफ हो सकता है. सूत्रों की मानें तो संगठन ने अपनी इंटरनल सर्वें में पाया है कि करीब 100 सीटों पर विधायकों को लेकर बेहद नाराजगी है. लिहाजा माना जा रहा है कि इस बार 100 विधायकों का टिकट इस बार के विधानसभा चुनाव में कट सकता है. साथ ही वहां के जातीय समीकरण और सत्ता विरोधी वोटों को देखते हुए टिकट पर फैसला करेंगे. इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी क्षेत्रवार बैठकों में सभी सांसदों, विधायकों और पार्टी के पदाधिकारियों को इस सदस्यता अभियान को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
अमित शाह का पार्टी में क्या कदम है यह सभी जानते हैं. 2014 में जब उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव होने थे तब अमित शाह को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था. जिसके बाद अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा सीटों को 2009 के 10 सीटों के मुकाबले 2014 में 73 सीटों तक पहुंचा दिया था. इसके बाद 2017 में भी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सूबे में सरकार बनाई, जिसमें अमित शाह की अहम भमिका थी.