लॉकडाउन में छतें बनीं जिमनेजियम, जिम ट्रेनर दे रहे ट्रेनिंग

लखनऊ। रविवार की सुबह फिर तीन-चार बार लम्बी-लम्बी सीटियां बजीं। लोग अपनी-अपनी छतों पर पहुंच गए। सभी ने अपनी-अपनी छतों से एक-दूसरे का अभिवादन किया। सदर में कोरोना के मरीज मिलने के फिर से सिलसिला शुरू होने पर चिंता जताई। इसके बाद फिर एक सीटी बजी तो सभी तैयार हो गए। पूर्व बॉक्सर आयुष वैश्य ने सभी पहले वार्मअप कराया। फिर शरीर फिट रखने के लिए व्यायाम कराया। इसी तरह राजधानी लखनऊ में सदर के गोला बाजार के घरों की छते सुबह-शाम जिम में बदल जाती हैं।
आयुष कभी बॉक्सिंग की ट्रेनिंग करते थे। चाय का ठेला लगाकर अपने परिवार का पेट भरते हैं। वह एक प्रतिष्ठित जिम में ट्रेनर हैं। सदर का एक बड़ा क्षेत्र कोरोना के कई मरीज मिलने के कारण हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया। आयुष लॉकडाउन में अपने घर की छत पर प्रतिदिन फिटनेस वर्क करने जाते हैं। उनकी देखा-देखी अगल-बल के घरों पर भी लोग छत पर आकर व्यायाम करने लगे। इनमें हर उम्र के महिला, पुरुष और बच्चे शामिल हैं। जब भीड़ बढ़ी तो आयुष ने इन सबको सलीके से व्यायाम कराना शुरू कर दिया।
सुबह और शाम छह बजे लोग अपनी छतों पर अपनी-अपनी चादर और पानी की बोतल लेकर पहुंच जाते हैं। आयुष इन्हें हाथ-पांव को फिट रखने के व्यायाम बताते हैं। इसके अलावा लोल्डर और पेट के व्यायाम कराते हैं। आयुष ने बताया कि छतों पर इस तरह व्यायाम कराने का उनका यह प्रयोग सफल है। सभी पूरे मनोयोग और ईमानदारी से ट्रेनिंग करते हैं। इसमें कई ऐसे हैं जो बताते हैं कि व्यायाम से उन्हें फायदा मिल रहा है। इसमें तमाम ऐसे हैं जो सुबह और शाम टहलने जाते थे। लॉकडाउन में यह बंद हो गया। अब यह कमी छत पर व्यायाम से पूरी हो रही है।