सूटकेस पर बच्चे को बैठाकर सड़क पर खींचती महिला का वीडियो वायरल, आगरा के DM का संवेदनहीन बयान

आगरा: लॉकडाउन में घर जाने के लिए पैदल निकले मजदूरों की कई मार्मिक तस्वीरें और वीडियों वायरल हो रहे हैं। किसी में कोई अपने बच्चे को गोद में लिया है तो कोई मां को। सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने के बाद किसी के पैर में छाले पड़ गए हैं तो कोई भूख और प्यास से बिलबिला रहा है। कोई अपने बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल ना हो पाने से परेशान है तो कोई बेटी की शादी की तारिख आगे बढ़ने से।
इन्हीं सब के बीच एक वीडियो आगरा से वायरल हुआ। उसमें एक मां अपने बच्चे को सूटकेस पर बैठाकर खींचते हुए ले जाती हुई दिख रही है। दरअसल पंजाब से महोबा जाने के लिए मजदूरों का एक ग्रुप पैदल निकला। रास्ते में एक बच्चा थक गया तो उसकी मां ने उसे सूटकेस पर बैठाया और सूटकेस को खीचते हुए चलने लगी। इसका वीडियो वायरल हुआ तो बात आगरा के जिलाधिकारी पीएन सिंह तक भी पहुंची। लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। एक टीवी चैनल को दिए बयान में उन्होंने कहा कि जब हम लोग छोटे थे तो हम भी पिता जी की अटैची पर बैठ जाते थे।
महिला के पति धीरज ने बताया कि वो आगरा बस अड्डे के पास होकर आए हैं पर पुलिस ने उन्हें यहां बस न होने की बात कहकर आगे भेज दिया। तीन दिन से पैदल चल रहे हैं। कहीं खाना मिला या नहीं के सवाल पर धीरज बताते हैं कि कहीं खाना मिल जाता है तो खा लेते हैं वरना कुछ नाश्ता जो हमारे पास है उसे खा कर काम चला रहे हैं। हमें तो बस घर जाना है।
समाजवादी पार्टी ने जिलाधिकारी पर निशाना साधा
समाजवादी पार्टी ने आगरा के डीएम के इस बयान पर आपत्ति जताई है। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर सरकार को अहंकारी और डीएम के बयान को बेबस मां की लाचारी का मजाक उड़ाना करार दिया गया है। ट्वीट में लिखा गया है, ‘पहले तो अपने कुशासन और कुव्यवस्था से जीते जागते शहर आगरा को कोरोना की पहचान बना दिया। यही नहीं रुके अहंकारी सरकार के नौकरशाह एक बेबस मां की लाचारी का भी मजाक उड़ा दिया। असंवेदनशील बयान पर हो सख्त कार्रवाई।’