हाईवे पर पैदल चलने को हुए मजबूर श्रमिक

रायबरेली हाइवे पर पैदल मजदूर प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए ट्रेनों और बसों का संचालन कर रही है जिससे मजदूर सुरक्षित अपने घरों तक पहुंच जाएं उन्हें पैदल चलकर ना आना पड़े लेकिन जिलों में बैठे अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही और उदासीनता के चलते हुए मजदूरों को अभी घर पहुंचने के लिए पैदल चलना पड़ रहा है मामला रायबरेली जिले का है जहां बीती रात दर्जनों मजदूर जिनमें महिलाएं शामिल थी वह सभी अपने बच्चों को लेकर हाईवे पर पैदल जाती दिखी जब हमारे संवाददाता ने उनसे बात की तो मजदूरों ने बताया कि अहमदाबाद से पहले उन्हें ट्रेन द्वारा गोरखपुर लाया गया और उसके बाद वहां से बस द्वारा रायबरेली शहर लाया गया लेकिन वहां पर मौजूद जिम्मेदार कर्मचारियों ने मजदूरों को घर तक सुरक्षित पहुंचाने की जहमत नहीं की उन्हें पैदल जाने के लिए कहा जिला मुख्यालय से 70 से 80 किलोमीटर दूर गांव में रहने वाले यह सभी मजदूर रात में हाईवे पर मासूम बच्चों को गोदी में लेकर पैदल ही निकल पड़े ऐसे में आप समझ सकते हैं कि मजदूरों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाने को लेकर जिले में बैठे अधिकारी और कर्मचारी कितना गंभीर है।