20 से अधिक कोविड-19 केस वाले जिलों में भेजे जाएं वरिष्ठ अधिकारी: CM योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को निर्देश दिया है कि प्रदेश के जिन जिलों में 20 या उससे अधिक कोविड-19 संक्रमण के मामले हैं, वहां वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और स्वास्थ्य अधिकारी भेजे जाएं और यह अधिकारी वहां जाकर स्थिति का जायजा लें।
अपर मुख्य सचिव सूचना और गृह अवनीश अवस्थी ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ‘मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि जिन जिलों में 20 या उससे अधिक कोरोना संक्रमित मामले हैं वहां वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की तैनाती की जाएं।
एक सप्ताह तक जिलों में रहें अधिकारी
ऐसे जिलों की संख्या 15 है लेकिन चूंकि गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में पहले से ही अधिकारी तैनात है इसलिए चौदह जिलों में ऐसे अधिकारी तुरंत भेजे जाएं।’ ये वरिष्ठ अधिकारी एक सप्ताह तक उस जिले में डेरा डालेंगे और वहां रोगियों के इलाज से लेकर जनता को बंटने वाले राशन और सामुदायिक रसोईझघर आदि की व्यवस्था पर गहरी नजर रखेंगे।
करवाएं लॉकडाउन का सख्ती से पालन
उन्होंने बताया कि इसके अलावा पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं कि वह घनी बस्तियों और गलियों में भी अपनी गश्त तेज करें और लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाएं। अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि जो दूसरे जनपदों या राज्यों से सामान लेकर वाहन आ रहे हैं, उन पर किसी भी हालत में यात्री न बैठाएं जाएं. ऐसी स्थिति में वाहन जब्त कर लिए जाएंगे।
यूपी में डेढ़ हजार हुए संक्रमण के मामले
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या 1507 हो गई है। इस समय कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या 1,299 है। प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘इस समय तक प्रदेश में संक्रिय मामलों की संख्या 1,299 हैं जबकि कुल संक्रमितों की संख्या 1,507 हैं। जबकि 187 लोग पूरी तरह ठीक होकर घर जा चुके हैं तो 21 लोगों की मौत हो चुकी है।’ वहीं उत्तर प्रदेश शासन द्वारा राजधानी में कराए गए पत्रकारों के कोरोना परीक्षण की रिपोर्ट आ गई है। 80 पत्रकारों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
बढ़ रही है ठीक होने वाले लोगों की संख्या: प्रमुख सचिव
अमित मोहन प्रसाद ने कहा, ‘ठीक होने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हमारी पूरी कोशिश है कि हम लोगों को सही समय पर सही चिकित्सा दें ताकि वे उपचारित होकर, स्वस्थ होकर घर लौट सकें।’ उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात या उनके संपर्क में आने की वजह से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 938 है। साथ ही कहा कि इस बीमारी से घबराने की आवश्यकता नहीं है बल्कि सावधान रहना है।
लोगों की जागरूकता के कारण संक्रमण की दर स्थिर हुई
प्रमुख सचिव ने कहा, ‘लोग चेहरे को ढक कर रह रहे हैं, मास्क लगा रहे हैं। हमें इसका भी लाभ मिल रहा है। यही वजह है कि संक्रमण की दर स्थिर हो गई है।’ उन्होंने जांच के बारे में बताया कि कल कुल 3,737 नमूने विभिन्न प्रयोगशालाओं में जांच के लिए भेजे गए। कल प्रयोगशालाओं ने रिकॉर्ड 3,955 नमूनों की जांच की। प्रमुख सचिव ने बताया कि पृथक वार्ड में 1,584 मरीज हैं जबकि 11,826 मरीज पृथकवास में हैं। हमारे पास इस समय 16,869 पृथक बेड हैं जबकि दस हजार आइसोलेशन बेड हैं।