यूपी के 70 जिलों में नहीं मिला एक भी कोरोना संक्रमित, राज्य में महज 102 केस एक्टिव
उत्तर प्रदेश ने काफी हद तक कोरोना के खिलाफ जंग जीत ली है. राज्य में ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और वैक्सीनेशन के कारण राज्य में कोरोना के मामलों में कंट्रोल किया जा सका है. वहीं अब राज्य के 70 जिले कोरोना से मुक्त हो गए हैं. जबकि 41 जिलों में आज एक भी संक्रमित नहीं है, जबकि 17 जिलों में सिर्फ 01-01 मरीज बचे हैं. वहीं राज्य सरकार का कहना है कि पिछले 24 घंटे में 01 लाख 38 हजार 271 नमूनों की जांच की गई, जिसमें राज्य के 70 जिलों में एक भी नया मरीज नहीं मिला है. इसके साथ ही राज्य की 67 फीसद आबादी को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है.
मंगलवार को किए गए टेस्ट में राज्य के केवल 05 जिलों में कुल 07 संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और इस दौरान राज्य में 10 संक्रमित कोरोना भी फ्री हो गए जबकि राज्य में मंगलवार को एक्टिव केसों की संख्या 102 थी. इसके साथ ही राज्य में अब तक 16 लाख 87 हजार 165 मरीजों ने कोरोना संक्रमण को हराया है.
सीएम योगी ने दी अफसरों को सावधानी बरतने की सलाह
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के साथ बैठक में कहा कि देश के कई राज्यों सहित दुनिया के कई देशों में नए संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है और ऐसे हालत में हम सबको बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है. दूसरे राज्यों से प्रदेश में आने वाले हर व्यक्ति की जांच अवश्य होनी चाहिए और बस, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट ज्यादा सतर्क रहने की जरूरती है. उन्होंने कहा कि त्योहारों के बीच कोरोना को लेकर विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. इसके साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा. जनता में मास्क को लेकर जागरूकता फैलाने की जरूरत है.
यूपी में अब तक 13.17 करोड़ लोगों को लगाई जा चुकी है वैक्सीन
गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीनेशन ने भी यूपी में रिकॉर्ड बनाया है. राज्य में अब तक 13 करोड़ 17 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. जबकि 03 करोड़ 31 लाख 78 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन दोनों डोज लगाई जा चुकी है. वहीं राज्य में 09 करोड़ 85 लाख लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है. आंकड़ों के मुताबिक राज्य की कुल आबादी के 67 फीसद लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जा चुकी है.
यूपी में जीका वायरस की दस्तक
फिलहाल राज्य के लिए चिंता की बात ये है कि कानपुर में अब तक जीका वायरस से संक्रमित 11 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है और इसके कारण राज्य सरकार ज्यादा सावधानी बरतने रही है. राज्य में डेंगू की जांच तेज की गई है. वहीं मरीज के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है.