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पीएम मोदी ने बुलाई कैबिनेट की बैठक, होगा मंत्रालयों के काम का आंकलन, नीतियों पर होगी चर्चा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अक्टूबर यानी कल कैबिनेट की बैठक बुलाई है. पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली केंद्रीय मंत्रिपरिषद की ये बैठक मंगलवार की शाम 4 बजे से सुषमा स्वराज भवन (प्रवासी भारतीय भवन) में होगी. इस बैठक में केंद्र सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों के काम काज की समीक्षा की जाएगी. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में प्रशासन और नीति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.

इससे पहले बीते गुरुवार यानी 21 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय कैबिनेट के साथ एक बैठक की. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में दो कैबिनेट मंत्रियों ने शासन और नीति निर्माण पर आधारित प्रेजेंटेशन दिया था. मंत्रियों को शासन संबंधी मुद्दों की बेहतर समझ प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित इस बैठक को ‘चिंतन शिविर’ कहा गया जो इस श्रृंखला की तीसरी बैठक थी.

नए मंत्रियों को मिलती है मदद

बैठक की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि प्रेजेंटेशन में नीति निर्माण की प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने के तरीकों को रेखांकित किया गया. उन्होंने कहा कि ये बैठकें या ‘चिंतन शिविर’ केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल नये मंत्रियों के लिए ‘ओरियंटेशन’ कार्यक्रम की तरह भी हैं.

पिछली बैठक 28 सितंबर को हुई थी जिसमें केंद्रीय मंत्रियों गजेंद्र सिंह शेखावत तथा पीयूष गोयल ने परियोजनाओं के क्रियान्वयन, नीतियों और सरकार की घोषणाओं पर आधारित प्रेजेंटेशन दिया था. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पीयूष गोयल ने विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन, नीतियों और सरकारी घोषणाओं के संबंध में प्रस्तुति दी. इस प्रस्तुति से पहले विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन और सरकारी योजनाओं की प्रगति में सुधार और इसमें तेजी लाने पर चर्चा की गई.

14 सितंबर को हुई थी पहली बैठक

इस सीरीज की पहली बैठक 14 सितंबर को आयोजित की गई थी, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दक्षता और समय प्रबंधन पर प्रजेंटेशन दिया था. मंत्रिपरिषद की 14 सितंबर की बैठक के बाद ही बताया गया था कि यह एक ‘चिंतन शिविर’ की तरह था और शासन में बेहतर सुधार के लिए इस तरह के सत्र आगे भी आयोजित किए जाएंगे. सरकारी सूत्रों के मुताबिक शासन प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ऐसी बैठकें की जा रही हैं. साथ ही ऐसी बैठकों से शामिल हुए नए मंत्रियों को भी काफी कुछ समझने का अवसर मिलता है.

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