उत्तर प्रदेशलखनऊ

आगरा से आरएलडी फूंकेगी चुनावी बिगुल, सपा से गठबंधन पर सस्पेंस बरकरार

किसान आंदोलन ने राष्ट्रीय लोकदल में नई जान फूंक दी है. ऐसे में आरएलडी का फोकस पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ ब्रज क्षेत्र पर भी बना हुआ है. राष्ट्रीय लोक दल ब्रज क्षेत्र में कई सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने वाली है. इसी क्रम में दलितों की राजधानी कहे जाने वाले आगरा में कांशीराम परिनिर्वाण दिवस के मौके पर जयंत चौधरी अकोला में न्याय यात्रा का समापन करेंगे. इस मौके पर एक जनसभा को भी संबोधित करने का कार्यक्रम है. न्याय यात्रा की शुरुआत आरएलडी के एससी एसटी मोर्चा के संयोजक प्रशांत कनौजिया ने 4 अगस्त से सहारनपुर से की थी और ऐसे में राष्ट्रीय लोक दल जिसे जाटों की पार्टी कहा जाता है, वो अब नए सामाजिक समीकरण के जरिए पश्चिम और ब्रज में आगामी विधानसभा चुनाव में कई सारी सीटों पर जीत सुनिश्चित करना चाहती है. जिसमें जाट मतदाताओं के साथी दलित और मुस्लिम वर्ग पर राष्ट्रीय लोक दल का ज्यादा फोकस है.

आगरा में खाता खोलने को बेकरार है आरएलडी 

9 अक्टूबर को न्याय यात्रा के समापन अवसर पर आयोजित हो रहे कार्यक्रम के अलावा राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष 7 अक्टूबर से चौधरी चरण सिंह की जन्म स्थली नूरपुर से आशीर्वाद पथ नाम से चुनावी रैलियों को आयोजित करना शुरू कर दिया है. प्रथम चरण में आरएलडी 17 चुनावी रैली करने जा रही है. इसी क्रम में 18 अक्टूबर को किरावली कस्बे में जयंत चौधरी एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे. कुल मिलाकर आरएलडी आगरा में खाता खोलने को बेकरार दिख रही है.

जीत का दावा

इसको लेकर राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन आगरी कहते हैं कि राष्ट्रीय लोकदल सर्व समाज की पार्टी है और किसानों की सबसे हितैषी राजनीतिक दल है. इसलिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ ब्रज में भी कई सीटों पर राष्ट्रीय लोक दल आगामी विधानसभा चुनाव में परचम लहराएगी.

सपा से फाइनल बात नहीं

वहीं, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर एबीपी गंगा को दिए गए बयान को आगे बढ़ाते हुए पवन आगरी कहते हैं कि, समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर अभी कोई बात फाइनल नहीं हुई है. सूत्रों के मुताबिक गठबंधन का फाइनल ना हो पाने के पीछे वजह टिकटों के बंटवारे को लेकर है.

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