शिल्पा शेट्टी और उनकी मां सुनंदा को पुलिस की क्लीन चिट, वेलनेस सेंटर के नाम पर था ठगी का केस
बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनकी मां सुनंदा शेट्टी को ठगी के मामले में लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है. शिल्पा और सुनंदा समेत 10 लोगों के खिलाफ विभूतिखंड और हजरतगंज कोतवाली में आयोसिस वेलनेस कम्पनी की फ्रेंचाइजी दिलाने का झांसा देकर 1.36 करोड़ रुपये की ठगी की दो एफआईआर दर्ज कराई गईं थीं. पुलिस की जांच में शिल्पा और सुनंदा के ठगी में शामिल न होने की पुष्टि हुई जिसके बाद उनका नाम एफआईआर से हटाकर बाकी 8 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है.
डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने बताया कि गोमतीनगर निवासी ज्योत्सना नाम की महिला ने आयोसिस वैलनेस सेंटर की फ्रेंचाइजी ली थी. ज्योत्सना का आरोप था कि शिल्पा की पूर्व मैनेजर किरण बावा ही आयोसिस स्पा एंड वैलनेस प्राइवेट लिमिटेड की चेयरपर्सन हैं और फ्रेंचाइजी लेते वक्त उन्होंने सेंटर के उद्घाटन कार्यक्रम में शिल्पा शेट्टी को बुलाने का आश्वासन दिया था. उन्होंने सेंटर शुरू किया तो किरण बावा ने सेंटर के इंटीरियर से लेकर फर्नीचर तक की सप्लाई का काम खुद कराने की बात कहते हुए उनसे मोटी रकम ले ली और काफी घटिया सामान सप्लाई किया. सेंटर पर सारे कर्मचारी भी खुद ही तैनात किए. सेंटर के उद्घाटन कार्यक्रम में शिल्पा शेट्टी भी नहीं आईं. कुछ दिन बाद किरण बावा ने सेंटर ठीक ढंग से संचालित न करने का आरोप लगाते हुए उस पर कब्जा कर लिया. ज्योत्सना को काफी नुकसान हुआ तो उन्होंने किरण बाबा के साथ ही शिल्पा शेट्टी उनकी मां सुनंदा शेट्टी, विनय भसीन, अनामिका चतुर्वेदी, ईशरफील धरमजवाला, नवनीत सुजलाना, आशा शेट्टी, दर्शन और पूनम कुमारी झा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.
पुलिस ने जांच शुरू की और बीती 11 अगस्त को मुंबई जाकर शिल्पा शेट्टी और किरण बावा के घर पर पूछताछ के लिए बुलाने का नोटिस चस्पा किया. पुलिस ने अन्य आरोपियों से उनके घर या कार्यालय जाकर पूछताछ की. शिल्पा शेट्टी की तरफ से उनके वकील ने पुलिस के सामने अपना पक्ष रखा था जिसमें उनका कहना था कि आयोसिस सेंटर से शिल्पा और उनकी मां ने 2017 में ही नाता तोड़ लिया था. ज्योत्सना के साथ ठगी 2017 के बाद हुई है इसलिए इस प्रकरण से शिल्पा और उनकी मां सुनंदा का कोई लेना-देना नहीं है. पुलिस ने इस बात की जांच के बाद शिल्पा और उनकी मां सुनंदा का नाम एफआईआर से हटाकर किरण बावा समेत आठ अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है.
सेंटर के लिए ज्योत्सना ने गिरवी रख दिया था अपना घर
ज्योत्सना का कहना है कि वह एयरटेल कंपनी में जॉब करती थीं. आयोसिस वैलनेस सेंटर के बारे में सुनने के बाद उन्होंने किरण बावा से संपर्क किया. किरण बावा ने शिल्पा के कंपनी से जुड़े होने और उसके प्रमोशन से संबंधित कई वीडियो दिखाकर उन्हें झांसे में ले लिया और अप्रैल 2019 में विभूतिखंड के रोहतास प्रेसीडेंशियल आर्केड में 1300 वर्ग फीट की दुकान लेकर वैलनेस सेंटर शुरू किया. सेंटर शुरू करने के लिए उन्होंने अपनी पूरी जमा पूंजी लगा दी. रुपया कम पड़ा तो आशियाना स्थित मकान गिरवी रखकर बैंक से 75 लाख रुपये का लोन भी लिया. किरण बावा ने सेंटर के उद्घाटन पर शिल्पा शेट्टी को बुलाने के नाम पर उनसे 11 लाख रुपए लिए लेकिन वह नहीं आईं. सेंटर बंद होने से उनकी पूरी पूंजी डूब गई.