दिल्ली से अयोध्या पहुंची देश की पहली रामायण सर्किट ट्रेन, जानें ट्रेन से जुड़ी खास बातें
अयोध्या: देश की पहली रामायण सर्किट ट्रेन आज यानी सोमवार को दिल्ली से अयोध्या पहुंच गई है. अयोध्या पहुंचने के बाद यात्रियों प्रभु श्री राम के जयकारे लगाए. इसके साथ लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी गुणगान किया. ये स्पेशल ट्रेन श्रद्धालुओं को भगवान श्री राम से जुडे़ तमाम जगहों के दर्शन करायेगा. यह ट्रेन लगभग 17 दिनों की यात्रा में कुल 7500 किलो मीटर की दूरी तय करेगा.
कहां-कहां जाएगी रामायण सर्किट ट्रेन?
दिल्ली के सफदरगंज से चलकर रामायण सर्किट ट्रेन सोमवार की सुबह राम की नगरी अयोध्या पहुंची. जहां पर यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया. इसके बाद यात्री श्री राम जन्मभूमि, हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे. 17 दिनों की यात्रा में अयोध्या, सीतामढ़ी और चित्रकूट सहित कई प्रमुख स्थानों के दर्शन कराए जाएंगे. इसके बाद ट्रेन के अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगा. वाराणसी में दर्शन के बाद से ट्रेन चित्रकूट होते हुए नासिक पहुंचेगी. नासिक के बाद प्राचीन किष्किन्धा नगरी हम्पी ट्रेन का अगला पड़ाव होगा, जहां अंजनी पर्वत स्थित हनुमान जन्मस्थल के दर्शन कराए जाएंगे. इस ट्रेन का आखिरी पड़ाव रामेश्वरम होगा. रामेश्वरम से चलकर ये ट्रेन 17वें दिन दिल्ली वापस पहुंचेगी.
चार और ट्रेनों को होगा शुभारंभ
अयोध्या पहुंचते ही आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने फूलों से ट्रेन और यात्रियों का भव्य स्वागत किया. इसके साथ ही आईआरसीटीसी ने 4 और रामायण सर्किट ट्रेन चलाने का ऐलान किया है. इसमें 16 नवंबर को दूसरी ट्रेन, 25 नवंबर को तीसरी, 27 नवंबर को चौथी और 20 जनवरी को पांचवीं ट्रेन चलाई जाएंगी.
इन आधुनिक सुविधाओं से है लैस
स्पशेल ट्रेन में सफर करने के लिए यात्रियों को अच्छी-खासी रकम चुकानी होगी. लोगों को एसी फर्स्ट क्लास की बुकिंग के लिए 1,02,095 रुपये और सेकंड क्लास में बुकिंग के लिए 82,950 रुपये खर्च करने होंगे. ट्रेन में यात्री कोच के अतिरिक्त दो रेल डाइनिंग रेस्तरां, एक आधुनिक किचन कार और यात्रियों के लिए फुट मसाजर, मिनी लाइब्रेरी, आधुनिक शौचालय और शॉवर क्यूबिकल आदि की सुविधा भी उपलब्ध है. इसके अलावा सुरक्षा के लिए गार्ड, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर और सीसीटीवी कैमरे भी हर कोच में लगाए गए हैं.