झोलाछाप डॉक्टर का क्लीनिक सीज, कोरोना पाॅजिटिव यहां कराया था इलाज

गोरखपुर। झोलाछाप के पास भी इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं कोरोना पाॅजिटिव। खजनी के धुवहा गांव का कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग दो दिन झोलाछाप के पास इलाज कराने पहुंचा। वह सतुआभार के एक बंगाली क्लीनिक पर अपना इलाज कराता रहा। बुजुर्ग उसके क्लीनिक पर सर्दी-जुकाम और बुखार की दवा लेने गया था। मामले की जानकारी मिलते ही सतुआभार गांव में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में बंगाली के क्लीनिक को सीज करते हुए उसके पूरे परिवार को होम क्वारंटीन करा दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक धुवहा गांव का बुजुर्ग 13 मई को मुंबई से ट्रेन से बस्ती आया था। वह सीधे अपने गांव पहुंच गया। गांव पहुंचने पर दो दिनों तक वह ठीक रहा। 15 को उसकी तबीयत थोड़ी खराब हुई तो वह सतुआभार में एक बंगाली क्लीनिक पर सर्दी-जुकाम और बुखार की दवा लेने चला गया। इस बीच तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो बताया जाता है कि वह दूसरे दिन भी उसी बंगाली क्लीनिक पर गया। जहां से उसने दोबारा दवा ली।
इसके बाद अचानक 17 मई को उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो 108 एंबुलेंस की मदद से उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज पत्नी के साथ भेजा गया। सोमवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। कोरोना पॉजिटिव मरीज से पूछताछ में पता चला कि वह बंगाली क्लीनिक पर इलाज के लिए गया था। इसके बाद आनन-फानन में एसडीएम खजनी की अगुवाई में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम सतुआभार गांव में पहुंची। जहां बंगाली क्लीनिक को सील करते हुए उसके पूरे परिवार को होम क्वारंटीन की सलाह दी गई।
खजनी एसडीएम बिपिन कुमार ने बताया कि बंगाली क्लीनिक को सील करते हुए उसके पूरे परिवार को होम क्वारंटीन करा दिया गया है।बंगाली के यहां इलाज कराने वालों की तलाश की जा रही है। बंगाली क्लीनिक पर आसपास के करीब 10 से अधिक गांव के लोग इलाज कराने आते थे। ऐसे में कोरोना पॉजिटिव मरीज जिस दिन गया था। वहां पर उस दिन कितने मरीज थे। किस-किस गांव से आए थे। उसकी तलाश शुरू कर दी गई है।