बसों को लेकर झूठ बोल रही है सरकार, कांग्रेस करेगी मानहानि का मुकदमा

रिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, गरीब मजदूरों को तकनीकी आधार पर प्रताड़ित करने में लगे योगी के अफसर
लखनऊ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने ने सत्तारूढ़ भाजपा पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दे डाली कि बसों के नंबर सही न होने की बात फैलाने वालों के खिलाफ मानहानि की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बस लेने में योगी सरकार का प्रशासन बार-बार अडंगेबाजी कर रहा है और भाजपा के नेता अपना झूठ छिपाकर कांग्रेस को बदमान करने में लगे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने प्रदेश की योगी सरकार पर प्रवासी गरीब मजदूरों को तकनीकी आधार पर प्रताड़ित करने और इस महामारी के दौरान घृणित राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सीमाओं पर लाखों की संख्या में श्रमिक अपने घरों को आना चाहते हैं जिसके लिए कांग्रेस पार्टी ने 1000 बसों की व्यवस्था कराई है, लेकिन प्रदेश की योगी सरकार तकनीकी तौर पर उलझाकर उन्हें चलाने की अनुमति नहीं दे रही है।
तिवारी ने कहा, ‘सोशल मीडिया और अन्य संचार माध्यमों से पता चला है कि भाजपा के लोग कह रहे हैं कि कुछ बसों के नंबर मेल नहीं खा रहे हैं। भाजपा के लोग कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और ऐसे में कांग्रेस उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करायेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 16 मई को पत्र लिखकर 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगी थी।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बसों का विवरण, फिटनेस, चालक एवं परिचालक के नामों की सूची मांगी। जो कांग्रेस ने तत्काल उपलब्ध करा दी। इस आपदा के समय सबसे शर्मनाक यह है कि अपर मुख्य सचिव अवस्थी की तरफ से सोमवार देर रात तकनीकी शर्तों के साथ पत्र लिखकर कहा गया कि मंगलवार सुबह 10 बजे तक लखनऊ जिला प्रशासन को बसें सौंपी जाएं।
आज सुबह कहा गया कि दोपहर 12 बजे तक बसों को नोएडा, गाजियाबाद में सौंपें। अब जब बसें इन स्थानों पर पहुंच रही हैं तो स्थानीय प्रशासन कह रहा है कि उन्हें प्रदेश में दाखिल करने के लिए शासन से कोई आदेश नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार की तानाशाही का चरम है।