Ashes Series के बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान का हुआ निधन, कई खिताबी जीतों का रहा हिस्सा
इंग्लैंड की टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज खेल रही है लेकिन इसी बीच उसे एक बुरी खबर भी सुनने को मिली है. इंग्लैंड के महान क्रिकेटरों में शुमार पूर्व कप्तान रे इलिंगवर्थ का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. इलिंगवर्थ 1970-71 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाली इंग्लैंड टीम के कप्तान थे. उनका कैंसर का इलाज चल रहा था. यॉर्कशर काउंटी ने उनके निधन की जानकारी दी जिसके लिए वह खेला करते थे. क्रिकेट खेलने के बाद इलिंगवर्थ ने कॉमेंटेटर, प्रशासक और कोच के तौर पर भी काम किया. इलिंगवर्थ ने 1958 से 1973 के बीच इंग्लैंड के लिए 61 टेस्ट खेलकर 1836 रन बनाए और 122 विकेट लिए. उन्होंने 31 मैचों में इंग्लैंड की कप्तानी करके 12 जीते. यॉर्कशर ने ट्वीट किया ,‘‘हम रे इलिंगवर्थ के निधन की खबर सुनकर काफी दुखी हैं. रे के परिवार और यॉर्कशर परिवार, जो उन्हें अपने दिल के करीब रखता था, के प्रति हमारी सहानुभूति.’’
We are deeply saddened to learn that Ray Illingworth has passed away.
Our thoughts are with Ray’s family and the wider Yorkshire family who held Ray so dear to their hearts #OneRose pic.twitter.com/nvQa2f7RMz
— Yorkshire CCC (@YorkshireCCC) December 25, 2021
ऐसे हुई शुरुआत
रे का जन्म आठ जून 1932 में को हुआ था. उन्होंने फार्सले में स्थानीय क्लब से क्रिकेट शुरू किया था. वह रॉयल एयरफोर्स में भी शामिल रहे और इसके कारण उनकी प्रगति में थोड़ी देरी हुई. वह इस टीम के लिए भी खेल. यार्कशर के साथ उन्होंने 1951 में डेब्यू किया और पहले ही मैच में 56 रन बनाए. इलिंगवर्थ ऑल राउंडर थे. उन्होंने तेज गेंदबाज के तौर पर शुरुआत की थी लेकिन फिर ऑफ स्पिनर बन गए. उन्होंने टेस्ट में 1000 रन बनाने और 100 विकेट लेने का कारनामा किया. उन्होंने ओल्ड ट्रेफर्ड पर न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू किया.
यार्कशर को दिलाई सफलता
इलिंगवर्थ ने यार्कशर की सफलता में बड़ा रोल निभाया. वह 1958 से टीम की सात काउंटी चैंपियनशिप जीतों का हिस्सा रहे. उनकी कप्तानी में यार्कशर ने 1966 से लगातार तीन बार ये खिताब जीता. इसके बाद वह 1969 में बतौर कप्तान लीसेस्टशर चले गए. उस साल उन्होंने 37 साल की उम्र में पहली बार इंग्लैंड की कप्तानी की. शुरुआत में वह चोटिल कोलिन काउड्रे के स्थान पर कप्तान बने. वह कप्तान बने रहे और उनकी कप्तानी में इंग्लैंड तीन साल तक अजेय रही. उनकी कप्तानी की सबसे बड़ी सफलता 1970-71 की एशेज सीरीज जीत रही. इंग्लैंड ने सात मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम की थी. उन्होंने जैफ्री बॉयकॉट और जॉन स्नो जैसे खिलाड़ियों से उनका सर्वश्रेष्ठ निकलवाया.