प्रसिद्ध भारतीय इंजीनियर और राजनीतिज्ञ सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में 15 सितंबर को भारत में इंजीनियर्स दिवस मनाया जाता है। देश के बुनियादी ढांचे के विकास में उनके योगदान के लिए उन्हें “आधुनिक भारत के जनक” के रूप में जाना जाता था। सर विश्वेश्वरैया का जन्म 1860 में कर्नाटक के कोलार जिले में हुआ था। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने लगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इंजीनियर दिवस के मौके पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को भी श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने कहा कि वे पीढ़ियों को कुछ नया करने और देश की सेवा करने के लिए प्रेरित करते हैं. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी साझा किया और इसे कैप्शन दिया, “इंजीनियर दिवस पर सभी मेहनती इंजीनियरों को शुभकामनाएं! उनका नवोन्वेषी दिमाग और अथक समर्पण हमारे देश की प्रगति की रीढ़ रहे हैं। बुनियादी ढाँचे के चमत्कारों से लेकर तकनीकी सफलताओं तक, उनका योगदान हमारे जीवन के हर पहलू को छूता है।
विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें दूरदर्शी इंजीनियर और राजनीतिज्ञ बताया गया. प्रधानमंत्री ने कहा कि वे पीढ़ियों को नवप्रवर्तन और राष्ट्र की सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे। गौरतलब है कि भारत में हर साल नेशनल इंजीनियर्स डे मनाने के लिए एक थीम तय की जाती है . वर्ष 2023 में राष्ट्रीय इंजीनियर्स दिवस 2023 का विषय ‘एक सतत भविष्य के लिए इंजीनियरिंग’ है।