लॉकडाउन: जनसंख्या वृद्धि का खतरा, UP के इस जिले में घर-घर बांटे जा रहे फ्री कंडोम

बालिया। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर देशभर में लॉकडाउन लगाना पड़ा। जिसके चलते लोगों को मजबूरन घरों कैद होकर रहना पड़ रहा है। अब सरकार को चिंता सता रही है कि कहीं लॉकडाउन के बाद जनसंख्या न बढ़ जाए। जिससे बचने के लिए लॉकडाउन में घर-घर जाकर फ्री मे कंडोम बांटे जा रहे हैं। मामला उत्तर प्रदेश के बालिया का है, जहां जनसंख्या वृद्धि के खतरे की आशंका को देखते हुए आशा कार्यकर्ता महिला-पुरुषों से फैमिली प्लानिंग की सलाह दे रही हैं। घर-घर जाकर परिवार नियोजन के संसाधनों का वितरण कर रही हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रीतम कुमार मिश्रा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। स्वास्थ्य कर्मी गांव-गांव जाकर लोगों को सामाजिक दूरी बनाए रखने समेत अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां देकर जागरुक कर रहे हैं। बाहर से आने वाले लोगों को आश्रय स्थलों में क्वारंटाइन किया जा रहा है। जिले में अभी तक एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है, लेकिन कोरोना महामारी के खात्मे के बाद एक और खतरे की संभावना है और वह है जनसंख्या वृद्धि।
इसको ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य महकमा पूरी संजीदगी के साथ परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरुक करने में भी जुटा हुआ है। उन्होने बताया कि आशा कार्यकर्ता और एएनएम घर-घर जाकर लोगों को कोरोना वायरस से लड़ने के साथ परिवार नियोजन के फायदे बता रही हैं। लॉकडाउन की वजह से लोग स्वास्थ्य केंद्रों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसलिए लोगों को घर पर ही परिवार नियोजन के संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। एक ओर आशा कार्यकर्ता बच्चों में अंतर रखने और अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाओं को छाया टेबलेट बांट रही हैं।
वही, दूसरी ओर पुरूषों को कंडोम वितरित किए जा रहे हैं। बलिया के एसीएमओ का कहना है कि परिवार नियोजन किट बांटने का यह अभियान नया नहीं है. पहले से ही चल रहा है। लॉकडाउन में भी इसे जारी रखा गया है। डॉक्टर वीरेंद्र प्रसाद का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में लॉकडाउन में मनोरंजन का साधन कम होते हैं, ऐसे में जनसंख्या न बढ़े इसे ध्यान में रखते हुए कंडोम बांटने वाले अभियान को जारी रखा गया है।