दवाओं के शोध में भी अहम भूमिका निभायेंगे फार्मासिस्ट
लखनऊ। विश्व फार्मासिस्ट दिवस 25 सितंबर के अवसर पर रविवार को बलरामपुर चिकित्सालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल के फार्मासिस्ट सुनील यादव ने कहा कि अब आने वाले समय में जन स्वास्थ सेवा की नई चुनौतियों व दवाओं की शोध में भी फार्मासिस्टों की अहम भूमिका रहेगी। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी कोविड में वैक्सीन की खोज और विश्व में अनेक महामारी में फार्मासिस्टों ने अहम भूमिका निभाई है।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए आर ए गुप्ता ने बताया कि हर साल 25 सितम्बर को विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 2009 में इस्तांबुल तुर्की में वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस ऑफ़ फार्मेसी एंड फार्मास्युटिकल साइंस में इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन द्वारा की गई थी। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में फार्मासिस्ट को सम्मानित करना और उनके योगदान को सराहना है। उन्होंने बताया कि इस साल विश्व फार्मासिस्ट दिवस 2022 की थीम ‘स्वस्थ विश्व के लिए फार्मासिस्ट यूनाइटेड इन एक्शन’ है।
फार्मासिस्ट रजत यादव ने कहा कि फार्मेसी व्यवसाय से जुड़े सभी सम्मानित साथियों को आपस में अपनी उपलब्धियों एवं कठिनाइयों को एक दूसरे से अवश्य साझा करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता अरुण अवस्थी ने की। इस अवसर पर जिला कार्यकारी अध्यक्ष लखनऊ शाखा कपिल वर्मा,ओ.पी. सिंह,सुभाष श्रीवास्तव,अविनाश सिंह,आर.बी.मौर्या प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।