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Covid-19: ब्रिटेन में पालतू कुत्ते को हुआ कोरोनावायरस, एनिमल एंड प्लांट हेल्थ एजेंसी के टेस्ट में हुई पुष्टि

ब्रिटेन में एक पालतू कुत्ते में COVID-19 का पता चला है. बुधवार को एक बयान में यूके के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने इसकी पुष्टि की. उनके अनुसार 3 नवंबर को वेयब्रिज में एनिमल एंड प्लांट हेल्थ एजेंसी लेबोरेटरी में टेस्ट के बाद पालतू कुत्ते में संक्रमण की पुष्टि हुई थी. कुत्ता अब घर पर ठीक हो रहा है. बयान के अनुसार सभी उपलब्ध सबूत बताते हैं कि कुत्ते को अपने मालिकों से ही कोरोनावायरस फैला था, जो पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. हालांकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि जानवर को अपने मालिकों से वायरस फैला था या पालतू जानवर या अन्य घरेलू जानवर लोगों में वायरस फैलाने में सक्षम हैं.

एनिमल एंड प्लांट हेल्थ एजेंसी की ओर से किए गए टेस्ट ने पुष्टि की है कि यूके में एक पालतू कुत्ते में COVID-19 के लिए जिम्मेदार वायरस का पता चला है. मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी क्रिस्टीन मिडिलमिस ने बयान में कहा कि संक्रमित कुत्ते का एक और असंबंधित स्थिति के लिए इलाज चल रहा था और अब वो ठीक हो रहा है. उन्होंने कहा कि कुत्तों का संक्रमित होना बहुत दुर्लभ है और वो आमतौर पर केवल हल्के क्लीनिकल लक्षण दिखाते हैं और कुछ दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं. साथ ही कहा कि इस बात का कोई स्पष्ट सबूत नहीं है कि पालतू जानवर सीधे इंसानों में वायरस पहुंचाते हैं.

उन्होंने आगे कहा कि हम इस स्थिति की बारीकी से निगरानी करना जारी रखेंगे और स्थिति बदलने पर पालतू जानवरों के मालिकों को हमारे मार्गदर्शन को अपडेट करेंगे. यूकेएचएसए में कंसल्टेंट मेडिकल एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ कैथरीन रसेल के अनुसार कोविड -19 मुख्य रूप से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, लेकिन कुछ स्थितियों में वायरस लोगों से जानवरों में फैल सकता है.

जानवरों के संपर्क से पहले और बाद में नियमित रूप से धोएं हाथ

कैथरीन रसेल ने कहा कि सामान्य सार्वजनिक स्वास्थ्य मार्गदर्शन के अनुरूप आपको जानवरों के संपर्क से पहले और बाद में नियमित रूप से हाथ धोना चाहिए. पालतू पशु मालिक COVID-19 महामारी के दौरान अपने जानवरों की देखभाल कैसे जारी रखें, इस पर नवीनतम सरकारी मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के अनुरूप विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन को मामले की सूचना दी गई है. यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया के अन्य देशों में पालतू जानवरों में बहुत कम पुष्ट मामले सामने आए हैं.

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