ताज़ा ख़बरदेश

ठंड की चपेट में पूरा उत्तर भारत, इन राज्योंं में शीतलहर चलने की संभावना, जानें कब तक मिलेगी राहत

देश भर में इस समय कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है. ठंड ने पूरे उत्तर भारत को अपनी चपेट में ले लिया है. पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी से उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाके शीतलहर (Cold Wave) के कारण ठंड में ठिठुरने को मजबूर हो गए हैं. मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक ऐसी ही स्थिति बनी रहने की संभावना है. न्यूनतम तापमान जब 2 डिग्री सेल्सियस चला जाए या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस कम हो जाए तो ऐसी अवस्था ही ‘भीषण’ शीतलहर कहलाती है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के मुताबिक, अगले 24 घंटे में दिल्ली समेत हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में शीतलहर चलने के आसार हैं. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 4 जनवरी से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है. इतना ही नहीं, इसके प्रभाव से 4-7 जनवरी के बीच जम्मू और कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश (Heavy Rainfall) और बर्फबारी (Snowfall) हो सकती है.

पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बारिश के आसार

IMD ने बताया कि 4 से 5 जनवरी के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. यही नहीं, पश्चिमी हिमालयी इलाकों में भी बारिश और स्नोफॉल होने के आसार हैं, जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज किए जाने की पूरी संभावना है. वहीं, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रविवार को ठंड के चलते शहर में घना कोहरा देखने को मिला. कोहरे के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कानपुर में भी घने कोहरे और शीत लहर के कारण लोगों को परेशानियां हो रही हैं.

अभी ठंड से राहत मिलने की नहीं कोई उम्मीद

विभाग ने 3 जनवरी तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में छिटपुट बारिश या बर्फबारी की संभावना जताई है. मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले तीन दिनों तक ठंड से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है, हालांकि 3 जनवरी के बाद पश्चिम विक्षोभ की सक्रियता की वजह से शीतलहर का दौर खत्म होने की उम्मीद है. वहीं 4-5 जनवरी को बारिश की भी संभावना बनी हुई है. IMD ने बताया कि दिल्ली में शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक अधिक 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पारा लुढ़कने और नमी का स्तर अधिक होने की वजह से सुबह के समय राजधानी की सड़कें कोहरे की चादर में लिपटी रही.

Related Articles

Back to top button